एनआईईटी ग्रेटर नोएडा NIRF-2020 में टॉप-50 रैंक में आने वाला यूपी में एकेटीयू का एकमात्र संस्थान

Noida Institute of Engineering and Technology (NIET), Greater,एनआईईटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का हुआ समापन, नवीनतम शोध को युवा वैज्ञानिकों ने किया साझा

एनआईआरएफ-2020 में एनआईईटी ग्रेनो का फार्मेसी इंस्टीट्यूट 49वें स्थान पर तथा इंजीनीयरिंग इंस्टीट्यूट 200-250 रैंक बैंड में शामिल।

ग्रेटर नोएडा,12 जून। नेशनल इन्स्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क -2020 में एनआईईटी ग्रेटर नोएडा के फार्मेसी इंस्टीट्यूट को देश में 49वां स्थान तथा इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट को 200-250 रैंक बैंड में स्थान मिला है। इस प्रकार एनआईईटी एकेटीयू  से सम्बद्ध  एक मात्र संस्थान है, जिसके फार्मेसी तथा इंजीनीयरिंग दोनों विभाग मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के एनआईआरएफ-2020 रैंक में आए हैं। डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, भारत सरकार ने 11 जून 2020 को एनआईआरएफ-2020 के परिणामों की घोषणा की। एनआईआरएफ (नेशनल इन्स्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा देश में शिक्षण संस्थाओं की गुणवत्ता के मूल्यांकन का पैमाना है जिसके अंतर्गत शिक्षण संस्थाओं की शैक्षणिक तथा अन्य संदर्भित विषयों में योग्यता का मूल्यांकन कर उनकी रैंकिंग की जाती है। एनआईईटी के प्रबंध निदेशक डॉ. ओ. पी. अग्रवाल ने बताया कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना है जिससे उनका कौशल विकास किया जा सके और जिस सपने के साथ वो एनआईईटी का चुनाव करते हैं कि उनको सबसे अच्छा प्लेसमेंट मिलेगा वो उसे हकीकत में बदलता हुआ देखें। इसके साथ ही हमारा प्रयास है कि हम अपने विद्यार्थियों को उद्यमिता की ओर ले जायें। जहां अनेकों शिक्षण संस्थानों से पास होकर बच्चे नौकरी ढूंढते हैं, हम चाहते हैं कि एनआईईटी के विद्यार्थी दूसरों को नौकरी देने वाले बनें। डॉ. अग्रवाल ने ज़ोर देकर कहा कि इन सबमें सबसे जरूरी है कि विद्यार्थी इस देश के जिम्मेदार और अच्छे नागरिक बनें। एनआईईटी के कार्यकारी उपाध्यक्ष रमन बत्रा ने बताया कि संस्थान के द्वारा प्राप्त की गई  दोनों उपलब्धियां, संस्थान के प्रबंधन, शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। रमन बत्रा ने आगे कहा कि फार्मेसी इंस्टीट्यूट ने लगातार तीसरी बार एनआईआरएफ रैंकिंग में स्थान प्राप्त किया है। इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट भी दूसरी बार इस रैंकिंग में अपना स्थान बनाने में सफल हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि एनआईईटी नैक ‘ए’ ग्रेड एक्रिडिटेड इंस्टीट्यूट है। एनआईईटी के 6 कोर्स एनबीए एक्रिडिटेड हैं तथा शेष एक्रिडिटेशन की प्रक्रिया में लगे हैं। मई 2020 में एनआईईटी को क्यूएस-ईलीड प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें एनआईईटी पूरे देश में अपनी श्रेणी में अकेला इंस्टीट्यूट है। इससे यह साफ प्रदर्शित होता है कि संस्थान किस प्रकार गुणवत्ता परक शैक्षणिक गतिविधियों, सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट और इन्नोवेशन के आधार पर अपनी श्रेष्ठता को सिद्ध कर रहा है तथा विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए सतत प्रयासशील है। रमन बत्रा ने बताया कि एनआईआरएफ मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग प्रणाली है। जिसमे टीचिंग लर्निंग रिसोर्सेस, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रैजुएशन आउटकम, आउटरीच एंड इंक्लूसिविटी तथा पीयर परसेप्शन जैसे मानदंडों पर शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन किया जाता है। एनआईईटी के फार्मेसी तथा इंजीनीयरिंग इंस्टीट्यूट का इस रैंकिंग में अपना स्थान बनाने का सीधा अर्थ है कि संस्थान इन मापदण्डों पर खरा उतरता है।

 

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