ग्रेटर नोएडा,7 अक्टूबर। गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी (जीसीईटी) सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, ने आभासी सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा पर एक सप्ताह के एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित ऑनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) का सफलतापूर्वक उद्घाटन किया। प्रबंधन सदस्यों और एफडीपी के मुख्य संरक्षक एवम जीसीईटी अध्यक्ष सुनील गलगोटिया, जीसीईटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया के द्वारा प्रदान किए गए समर्थन और प्रेरणा से कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. संजीव कुमार सिंह के उद्घाटन भाषण से हुई। कार्यक्रम के चेयरमैन एवम एफडीपी प्रमुख, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और जीसीईटी निदेशक डॉ. बृजेश सिंह ने प्रेरणादायक शब्दों के द्वारा एफडीपी में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आज की डिजिटल दुनिया में साइबर सुरक्षा के महत्व को बताया। इस महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया काम और व्यापार को अंजाम देने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ रही है। इस दौरान सुरक्षा चिंताओं में कई गुणा वृद्धि हुई है। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल और एफडीपी के मुख्य संरक्षक डा. सहस्रबुद्धे ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया। प्रो. सहस्रबुद्धे ने विभिन्न क्षेत्रों में एटीएएल अकादमी द्वारा एफडीपी के महत्व को समझाया। और छात्रों के साथ-साथ संकाय सदस्यों के लिए जीवन भर सीखने पर जोर दिया। एफडीपी का पहला तकनीकी सत्र “साइबर भौतिक प्रणालियों में धोखे के हमले पर कुछ हालिया परिणाम” विषय पर था, जिसका संचालन डॉ. अर्पण चट्टोपाध्याय, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी दिल्ली द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम प्रतिभागियों के लिए बहुत ही उपयोगी होने के साथ-साथ सीखने का शानदार अनुभव रहा। एफडीपी में विभिन्न एआईसीटीई अनुमोदित तकनीकी संस्थानों के 100 से अधिक संकाय सदस्यों द्वारा भाग लिया जा रहा है। आयोजन समिति के सदस्यों में डॉ. दीपक गंभीर, डॉ. संध्या कटियार, स्वस्ति सिंघल, भावना सिंह और कनिका सिंघल आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आयोजन के लिए कॉलेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया ने आयोजन समिति का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया।