रबूपुरा। यमुना प्राधिकरण अधिसूचित क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन मंदिर को बचाने के लिए क्षेत्रवासी पिछले काफी समय प्रयासरत हैं। जिसके लिए पूर्व में प्राधिकरण अधिकारियों द्वारा मंदिर परिसर को छोड़ने व उसका सौंर्दयकरण करने का आश्वासन भी दिया जा चुका है। आरोप है इसके बावजूद भी देवस्थल प्रांगण को क्षति पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों ने पुनः जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मंदिर परिसर को बचाने व सौंर्दयकरण कराए जाने की मांग की है। जिलाधिकारी सुहास एल वाई को भेजे पत्र के मुताबिक गांव रूस्तपुर के ग्रामीणों ने कहा है कि गांव के समीप एक प्राचीन ढाके बाबा का मंदिर है जोकि पांडवों की तपोभूमि भी रही है मान्यता है कि इसके तालाब में नहाने भर से चर्म रोग ठीक हो जाते हैं लेकिन प्राधिकरण मंदिर को तोड तालाब को भी तहस-नहस करना चाहता है। जिससे हजारों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचेगी। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्राचीन देवस्थल को क्षतिग्रस्त होने से बचाया जाये तथा प्रांगण की चारदीवारी कर तालाब आदि का सौंदर्यकरण किया जाये। गौरतलब है कि गत वर्ष फरवरी माह में प्राधिकरण द्वारा मंदिर की दीवार तोड़ने को लेकर श्री राजपूत करणी सेना द्वारा हंगामा किया था तथा मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने आश्वासन देकर मामला शांत कराया था। उधर राष्ट्रवादी क्षत्रिय महासभा द्वारा भी मंदिर परिसर को क्षति पहुंचाने पर व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी जा चुकी है।