बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत के बाद पीड़ित ने जिलाधिकारी से लगाई गुहार:
रबूपुरा। सरकार द्वारा निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए अलोटिड स्कूल संचालक की मनमानी नोनिहाल के भविष्य पर भारी पड़ती नजर आ रही है। अनेकों बार चक्कर लगाने के बावजूद भी संचालक रुपयों की मांग पर अड़ा है तथा बगैर सुविधा शुल्क दिए बच्चे का दाखिला लेने से इंकार किया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से हताश पीड़ित ने डीएम को पत्र भेजकर अपने बेटे का दाखिला कराने की गुहार लगाई है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई को भेजे पत्र में कस्बा रबूपुरा निवासी इमरान पुत्र नन्हे का कहना है कि सरकार द्वारा उसके पुत्र सहवान को निशुल्क शिक्षा प्रदान हेतु कस्बे के अलोटिड एक निजी स्कूल में नियुक्त किया गया था। लेकिन आरोप है स्कूल प्रबंधक दाखिला लेने की एवज में दो हजार रुपए की मांग कर रहा है। जब पीड़ित ने इसका विरोध किया तो प्रबंधक ने पीड़ित के पुत्र का दाखिला लेने से साफ इंकार कर दिया। बकौल पीड़ित शिकायत करने पर भुगत लेने की धमकी देकर भगा दिया। मामले की पूर्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।