शारदा विश्वविद्यालय और बैक्सन कॉलेज कृषि में होम्योपैथी के उपयोग पर कर रहे हैं अनुसंधान

शारदा विश्वविद्यालय और बैक्सन कॉलेज कृषि में होम्योपैथी के उपयोग पर कर रहे हैं अनुसंधान

ग्रेटर नोएडा। शारदा विश्वविद्यालय और बैक्सन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने कृषि में होम्योपैथी के उपयोग पर उन्नत अनुसंधान में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। पौधों की बीमारियों के प्रबंधन में होम्योपैथी का अनुप्रयोग एक नया दृष्टिकोण हैं। सफल होने पर यह दृष्टिकोण स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक कीटनाशकों के उपयोग को कम कर सकता हैं। कई अन्य उपयोगी अनुप्रयोग हो सकते है। ए.के. सिंह, रजिस्ट्रार शारदा विश्वविद्यालय और डॉ. सी.पी. शर्मा, प्रिंसिपल, बैक्सन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंव हॉस्पिटल ने प्रो. सिबारम खारा, कुलपति की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए और आदान-प्रदान किया, प्रो. एच.एस. गौर, डीन, कृषि विज्ञान स्कूल, और प्रो.अनुभा वशिष्ठ, निदेशक, आईक्यूएसी, शारदा विश्वविद्यालय।
इस अवसर पर बैक्सन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉ. अश्विनी नायर (पीजी प्रभारी), डॉ. कथिका चट्टोपाध्याय (आर एंड डी सेल के प्रमुख) से डॉ. मीनाक्षी अंबवानी (एचओडी होम्योपैथिक फार्मेसी) भी उपस्थित थे। बैक्सन कॉलेज के प्राचार्य और अन्य अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के साथ इसी तरह के सहयोग की संभावना पर भी चर्चा की।

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