दुनिया का सबसे बड़ा हस्तशिल्प आईएचजीएफ दिल्ली फेयर ग्रेनो में शुरु,45 सौ से अधिक विदेशी देगें दस्तक

World's largest handicrafts IHGF Delhi Fair starts in Greno, more than 45 hundred foreigners will knock

-पच्चीस सौ भारतीय निर्यातकों को मिलेगा अवसर,  90 देशों के विदेशी खरीदार होंगे शामिल

ग्रेटर नोएडा।दुनिया के सबसे बड़े हस्तशिल्प मेला आईएचजीएफ मेले का बहुप्रतीक्षित 53वां संस्करण कोविड महामारी के बाद लगभग तीन साल में इंडिया एक्सपो सेन्टर एवं मार्ट ग्रेटर नोएडा, गौतमबुद्धनगर जिले में किया जा रहा है। 30 मार्च से 3 अप्रैल तक चलने वाला मेला विदेशी खरीदारों व घरेलू खुदरा खरीदारों के लिए खुलेगा। 30 मार्च को मेले का उद्घाटन केन्द्रीय वस्त्र राज्य मंत्री दर्शना जारदोश व कपड़ा सचिव करेंगे। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के चेयरमैन राजकुमार मलहोत्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच दिवसीय मेले में 2500 से ज्यादा हस्तशिल्प निर्यातकों द्वारा घरेलू उपयोग, लाइफ स्टाइल, फैशन, वस्त्र और फर्नीचर उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस मेले में 2000 से अधिक नए उत्पादों और 300 से अधिक डिजाइन एक्सप्रेशन्स का संकलन होगा, जिसमें 14 नए उत्पाद श्रेणियां शामिल हैं। उस मेले में आने के लिए 90 से अधिक देशों के विदेशी खरीदार पहले से पंजीकरण कराया है, जिसमें युनाइटेड किंगडम, अमेरिका,कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, स्विटजरलैंड,नार्वे, ग्रीस,इटली, स्वीडन, जापान, आस्ट्रेलिया, आयरलैंड आदि देश शामिल हैं। मेले में नार्थईस्ट, नागालैण्ड, जम्मू-कश्मीर के हस्तशिल्पकारों के लिए विशेष पवेलियन लगाया जा रहा है।

ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि  आईएचजीएफ दिल्ली फेयर लगभग तीन साल बाद इंडिया एक्सपो सेन्टर मार्ट में 30 मार्च से 3 अप्रैल तक आयोजित होने जा रहा है, उससे हमारे जितने भी हस्तशिल्प फेयर के निर्यातक हैं, हस्तशिल्प उद्यमी हैं उन सबको बहुत उम्मीदें हैं। 4500 से अधिक विदेशी के साथ यह फेयर दस्तक देने वाला है, इस फेयर में ऐसा समझा जा रहा है चार हजार करोड़ से अधिक स्पाट बिजनेस होगा, जिससे हस्तशिल्प उद्यमियों को, हस्तशिल्प प्रोड्यूसर को खास तौर पर जो आर्टीजन्स हैं, स्माल वीकर सेक्सन व सोसाइटी हैं, अलग-अलग डिस्ट्रक्ट में जो विलेज लेवल के हैं उनको आने वाले समय में लाभ होगा। हम समझते हैं कि यह फेयर मील का पत्थर शाबित होगा और हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ाने में बहुत ही कारगर शाबित होगा।

राजेश जैन ने बताया कि मेले में विशेषज्ञों की तरफ से नॉलेज सेमिनार के साथ बी टू बी ई-कामर्स मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। राजेश जैन ने कहा कि विषम परिस्थिति में हस्तशिल्प सेक्टर ने मैन्यूफैक्चरिंग और निर्यात जारी रखा है। मेले में फैशन शो का होगा आयोजन किया जाएगा,जिसमें हस्तशिल्पकारों द्वारा बनाए गए परिधानों का प्रदर्शन किया जाएगा।

मेले में आने के लिए 90 से अधिक देशों के विदेशी खरीदारों ने कराया पंजीकरण

युनाइटेड किंगडम, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, रीयूनियन, स्पेन, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, ग्रीस, इटली, स्वीडन, माल्टा, डेनमार्क, टर्की, आयरलैंड, इज़राइल, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, आयरलैंड, पोलैंड, हंगरी, पुर्तगाल,  ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान, कोरियागणराज्य, रोमानिया, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, मैक्सिको, निकारागुआ, पनामा, पराग्वे, पेरू, यूक्रेन, उरुग्वे, होंडुरास, इक्वाडोर, अर्जेंटीना, जमैका, बोलीविया, त्रिनिदादऔरटोबैगो, बेनिन, बोत्सवाना, घाना, अल्जीरिया, अंगोला, कांगो, मिस्र, इथियोपिया, केन्या, नाइजीरिया, सेनेगल, ओमान, टोगो, ट्यूनीशिया, युगांडा, दक्षिणअफ्रीका, मॉरीशस, मोज़ाम्बिक, बेलारूस, बहरीन, इराक, कुवैत, सऊदीअरब, कतर, लेबनान, संयुक्तअरबअमीरात, ईरान, स्लोवाकिया, अजरबैजान, जॉर्जिया, लिथुआनिया, रूसीसंघ, सर्बियाऔरमोंटेनेग्रो, उज्बेकिस्तान, हांगकांग, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, चीन, अफगानिस्तान, कंबोडिया, सिंगापुर, श्रीलंका, मलेशिया, नेपाल, थाईलैंड, वियतनाम और कई अन्य देशों से किए गए हैं।

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