ग्रेटर नोएडा,4 अगस्त। आईटीएस डेंटल कॉलेज एण्ड रिसर्च सेंटर, ग्रेटर नोएडा में एम.डी.एस. प्रथमवर्ष के छात्रों का स्वागत किया गया। आईटीएस- द एजूकेशन ग्रुप के निदेशक पब्लिक रिलेशन सुरेन्द्र सूदने छात्रों और उनके अभिभावकों का स्वागत किया और उन्हें आईटीएस परिवार का हिस्सा बनने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा चिकित्सक का अपने मरीजों के प्रतिव्यवहार शालीन होना चाहिए तथा छात्रों को चाहिए आज के इस तनावभरे परिवेश में हर लम्हें का वे आनन्द ले तथा इस पाठयक्रम को अपने जीवन का यादगार समय बनायें। नवप्रवेशित छात्रों को सम्बोधित करते हुए आईटीएस द एजूकेशनग्रुप के वाइस चेयरमैन सोहिल चड्ढा ने कहा कि चिकित्सीय क्षेत्र में सफलता के लिए अनुशासन, कडी मेहनत और सेवा भावना की जरूरत है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. के.के. अग्रवाल, चेयरमेन नेशनल बोर्ड ऑफ अक्रेडिशन ने नवप्रवेशित छात्रों के सुनहरे भविष्य की शुभकामनाएं करते हुए कहा कि एक सफल चिकित्सक बनने के लिए अनुशासन और सेवा भावना का जज्बा होना बहुत जरूरी है। उन्होने कहा कि छात्र भी गल्ती कर सकते है परन्तु उन्हे अपनी गल्तिया छुपानी नही चाहिए, अपितु उनसे सीख लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सभी छात्रों का उद्देश्य अपने पाठ्यक्रम में अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने का होना चाहिए, ताकि वह समाज के विकास में योगदान कर सके। इस अवसर पर आईटीएस डेंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. सचित आनन्द अरोड़ा ने सभी नवप्रवेशित छात्रों के सुनहरे भविष्य की कामना की। उन्होंने 3 साल के पाठयक्रम के बारे में जानकारी दी तथा स्नातकोत्तर प्रशिक्षण कार्यक्रम की सुविधाओं पर प्रकाश डालते हुए कहाकि छात्रों का अपने विषय के प्रति दृष्टिकोण अनुसन्धान एवं साक्ष्यों पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने बताया कि छात्रों को बदलते प्रौद्योगिकी के साथ बराबर ज्ञान रखने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के नियमों और विनियमों का उल्लेख किया गया और अनुशासित जीवन के माध्यम से एक चमकदार कैरियर को कैसे प्राप्त करने के बारे में जानकारी दी गई। उसके बाद विभागाध्यक्ष, एकेडमिक कॉर्डिनेटर और एकेडमिक स्टॉफ का परिचय कराया गया।