ग्रेटर नोएडा। एनआईईटी में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अशोक सिंह उपस्थित रहे। संस्थान की अध्यक्षा डॉ. सरोजनी अग्रवाल, संस्थान के प्रबंध निदेशक डॉ. ओम प्रकाश अग्रवाल, एमडी डॉ. नीमा अग्रवाल, कार्यकारी उपाध्यक्ष रमन बत्रा, संस्थान के महानिदेशक डॉ. पांडे, बी.बी. लाल एवं डॉ. एस. के. दुग्गल, निदेशक डॉ. विनोद एम. कापसे, डॉ. प्रवीण पचौरी, डॉ. अविजित मजूमदर, विभागाध्यक्ष, शिक्षक गण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना से किया। संस्थान के निदेशक डॉ. विनोद एम कापसे ने छात्रों का प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के एनआईईटी में अभिवादन किया एवं उन्हें संस्थान के नियमों से अवगत कराया। महानिदेशक (शिक्षण) डॉ. एस के दुग्गल ने संस्थान के द्वारा विद्यार्थियों के लिए आधुनिकतम शैक्षणिक क्रियाकलापों एवं अनुसंधान के विषय में अवगत कराया। संस्थान के कार्यकारी उपाध्यक्ष रमन बत्रा ने विद्यार्थियों को संस्थान के द्वारा स्थापित की जाने वाली आधुनिकतम इन्नोवेशन लैब्स, संस्थान के टाई- अप्स तथा भविष्य की योजनाओं के विषय में अवगत कराया। उन्होंने अपने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से विद्यार्थियों में नई ऊर्जाभर दी। एएमडी डॉक्टर नीमा अग्रवाल ने संस्थान के प्रमुख अधिकारियों का छात्रों से परिचय कराया तथा उनसे आह्वान किया कि आप बस अपना प्रयास करें और एनआईईटी आपके भविष्य को सुनहरा बनाने के लिए हमेशा आपके साथ रहेगा। प्रबंध निदेशक डॉ ओपी अग्रवाल ने कर्म की महत्ता पर जोर देते हुए विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि वह पूरी लगन से अपने अध्ययन कार्य की ओर ध्यान दें तथा जिन सपनों को लेकर के वहां आए हैं एनआईईटी प्रबंधन उनके उन सपनों को साकार करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ेगा। मुख्य अतिथि अशोक सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि मैं एनआईआईटी को विश्व के सर्वोत्तम इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के रुप में देखना चाहता हूं और उसके लिए विद्यार्थियों की भागीदारी का अपना विशेष महत्व है। अपने उद्बोधन में स्वामी रामकृष्ण परमहंस एवं स्वामी आए विवेकानंद के जीवन का उदाहरण देकर बच्चों में नई प्रेरणा का संचार किया। संस्थान की अध्यक्षा डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे जिन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए एनआईईटी में आए हैं वे निश्चय ही पूर्ण होंगे। उन्होंने कहा कि बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने का साहस जुटाकर उन को साकार करने से ही एक अनोखे व्यक्तित्व का निर्माण होता है। संस्थान के निदेशक (परियोजना एवं नियोजन) डॉ प्रवीण पचौरी ने समारोह के अंत में स्वागत प्रस्ताव प्रस्तुत किया तथा समारोह के सफल आयोजन के लिए सभी को धन्यवाद दिया।