ग्रेटर नोएडा। जीबीयू में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम में छात्र व छात्राओं द्वारा नाट्य मंचन, नृत्य कला, फिल्म प्रस्तुति, पैनल डिस्कशन इत्यादि प्रस्तुत किया तथा यह संदेश दिया कि बहुत सी सामाजिक बुराइयों के निदान हेतु वैकल्पिक व्यवस्था, मनोवैज्ञानिक व चिकित्सकों द्वारा संभव है। डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी एण्ड मेंटल हेल्थ के छात्र छात्राओं ने नाट्य मंचन द्वारा यह बताया गया, कि कोई व्यक्ति यदि अवसाद व निराशा के प्रभाव में हो और अपने जीवन से विरक्त हो गया हो, तो ऐसे लोगों चिकित्सकों व मनोवैज्ञानिकों द्वारा उचित लाभ प्राप्त हो सकता है व उनके जीवन को अर्थपूर्ण बनाया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी एंड मेंटल हेल्थ, गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के छात्र व छात्राओं द्वारा दो नृत्य कलाओं का प्रदर्शन किया गया, जिसमें प्रथम नृत्य कला की प्रस्तुति – रिचा, पलक, वत्सला, शिल्पी, आलिया, पूजा, एकता, अंकिता, कोमल द्वारा की गई, जिसमें नवदुर्गा के नौ रूपों से जीवन की नौ सकारात्मक क्षमताओं को दर्शाया गया है। दूसरी नृत्य कला प्रस्तुति- प्रिंसी,निशिता, रूद्राणी, ज्योति, जीवन द्वारा की गई, जिसमें यह संदेश दिया गया है कि जीवन के लिए विभिन्न नकारात्मक विचारों को अपनी सकारात्मक पहल से जीता जा सकता है। कार्यक्रम में दिल्ली यूनवर्सिटी के छात्र व छात्राओं ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जैसे शारन्या नायर ने हिन्दुस्तानी क्लासिकल नृत्य प्रस्तुत किया तथा ध्वनिक कि ओर से संगीत प्रदर्शन किया गया।