ग्रेटर नोएडा,5 मार्च। शारदा विश्वविद्यालय के मेडिकल विंग में थीम आई एम जनरेशन इक्वलिटी रिएलाईजिंग विमेंस राइट भारतीय मासिक धर्म स्वच्छता पर छात्राओं के लिए शपथ समारोह का आयोजन किया गया। इस शपथ समारोह को सफल बनाने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में गौतमबुद्ध नगर के पुलिस उपायुक्त वृंदा शुक्ला, डिप्टी कमिश्नर, महिला सुरक्षा और विशिष्ट अतिथि के रूप में नीरजा रॉय चौधरी, सहायक उपायुक्त तनु उपाध्याय और सलोनी अग्रवाल उपस्थित थे। शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति आर. सी. रेड्डी, प्रति कुलपति डॉ. पी.एल. करिहोलू, डीन मेडिकल कॉलेज, डॉ. मनीषा जिंदल, डीन नर्सिंग कॉलेज डॉ. पोलिन शर्मिला सहित सात सौ से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। इस शपथ ग्रहण समारोह को इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया, जिसमें एक समय में 3844 लोगों ने मासिक धर्म स्वच्छता का शपथ लिया।
महिलाओं मासिक धर्म करना पड़ता है समस्याओँ का सामना
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शैला जमाल ने बताया कि भारतीय संस्कृति में, पूरे परिवार और समुदाय की देखभाल और दायित्व का भार महिलाओं के कन्धों पर डाल दिया जाता है। इसलिए नारी का स्वस्थ होना समाज के लिए बहुत जरुरी है। अच्छा मासिक धर्म स्वच्छता महिलाओं के स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाता है। मासिक धर्म एक ऐसा विषय है जिससे बहुत सी महिलाएं मासिक धर्म के कारण किसी भी स्वास्थ्य समस्या का सामना करने पर चिकित्सकीय सलाह लेने में भी शर्म महसूस करती हैं। अनचाही मासिक धर्म की स्थिति अक्सर महिलाओं में स्वास्थ्य समस्याओं का विकास करती है जो समय पर चिकित्सा सहायता लेने में असमर्थता के कारण और बढ़ जाती हैं। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मनीषा जिंदल ने सम्बोधित करते हुए कहा की स्वच्छ भारत अभियान के तहत, हम सुरक्षित मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं। कौशल विकास और स्कूलों और सार्वजनिक शौंचालयों में सेनेटरी नैपकिन डिस्पेंसर और इंसुलेटर स्थापित करना स्वच्छ भारत अभियान का एक प्रमुख घटक है। वहीं नर्सिंग कॉलेज के डीन डॉ. पोलिन शर्मिला ने बताया कि मासिक धर्म सामग्री का उचित निपटान अभी भी दुनिया के कई देशों में अभाव है। दुनिया में मासिक धर्म प्रबंधन प्रथाओं की कमी के कारण, ज्यादातर महिलाएं अपने सैनिटरी पैड या अन्य मासिक धर्म में इस्तेमाल होने वाले कपडे को घरेलू ठोस कचरे या कचरा डिब्बे में डाल देती हैं। इसलिए सैनिटरी पैड का निर्माण करने वाली कंपनियों को पैड की रासायनिक संरचना के बारे में जानकारी का खुलासा करना चाहिए, ताकि उनके निपटान और उपचार के लिए उपयुक्त तकनीकों का इस्तेमाल किया जा सके।
महिलाओं के लिए है हेल्पलाइन, विषम परिस्थिति में पुलिस से करें सम्पर्क
महिला दिवस के अवसर पर यह कार्यक्रम गौतम बुद्ध नगर पुलिस और शारदा विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में मनाया गया। शारदा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ मेडिकल साइंस एण्ड रिसर्च, स्कूल ऑफ़ नर्सिंग साइंस एण्ड रिसर्च तथा स्कूल ऑफ़ अलाइड हेल्थ साइंस के विद्यार्थियों ने भाग लिया। पुलिस उपायुक्त वृंदा शुक्ला ने सभी छात्राओं को उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 और उत्तर प्रदेश पुलिस कण्ट्रोल नंबर 112 की जानकारी दी और बताया कि गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नरी सिस्टम के आने से पुलिस की कार्यशैली में सुधार हुआ है और कार्य करने में भी तेजी आयी है। उन्होंने बताया की उत्तर प्रदेश पुलिस कण्ट्रोल नंबर 112 पर कॉल करने पर पुलिस 7 मिनट के अंदर घटना स्थल पर पहुंच जाती है और उचित कार्यवाही करती है। उन्होंने सभी को सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी साइबर क्राइम के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने बताया की उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्पष्ट रूप से कहा है की ज़िले में अपराध पर अंकुश लगाना के लिए हर संभव कार्यवाही की जाये और जिले को अपराधियों से मुक्त किया जाये। महिला सुरक्षा भी उनकी प्राथमिकताओं में से एक है। श्रीमती शुक्ला ने उपस्थित छात्राओं से आह्वाहन किया की आप जागरूक होकर होने वाले अधिकांशतः महिला उत्पीड़न के घटनाओं से बचा जा सकता है | आपको सबसे पहले खुद पर विश्वास करना चाहिए, सामने वाला चाहे आपका कितना ही करीबी क्यों न हो। उन्होंने छात्रों में फ़ैल रहे नशे के लत पर चिंता ज़ाहिर किया। समाज में घट रही घटनाओं के लिए शनिवार से फैमिली क्लिनिक के आरम्भ होने की सम्भावना है जिसमें शारदा विश्वविद्यालय के एक्सपर्ट तथा पुलिस मिलकर काम करेंगे।