रामलीला कमेटी मे चल रहे विवाद का हुआ समाधान
ग्रेटर नोएडा। श्री धार्मिक रामलीला कमेटी में विरोधाभाष को लेकर रामलीला कमेटी दो गुट में बंट गया था, आखिरकार सोमावर को सिटी मजिस्ट्रेट व एसडीएम सदर के साथ हुए दोनों पक्षों के बीच बैठक में समझौता हो गया और एक साथ मिलकर रामलीला मंचन करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के मुख्य संस्थापक गोस्वामी सुशील महाराज व अध्यक्ष आनन्द भाटी ने बताया कि रामलीला मंचन को लेकर सारी बाधाएं दूर हो गयी हैं, विगत वर्ष की भांति इस वर्ष श्रीराम के लीलाओं का भव्य मंचन होगा, जिसमें प्रदेश सरकार के मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है। इस दौरान सुशील महाराज ने बताया श्रीरामलीला कमेटी के सभी सदस्य एक परिवार की तरह हैं, कुछ मनमुटाव जरुर था वह अब दूर हो गया है, सभी मिलकर रामलीला का मंचन करेंगें। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष रामलीला मंचन के ट्रैक में सम्भवतः बदलाव किया जाएगा, दसों दिन भगवान राम की लीलाओं का मंचन होगा। उन्होंने बताया कि हमने अपने जीवन का पचास वर्ष रामलीला मंचन को दिया है, मैं नहीं चाहता जीवन के अंतिम समय में रामलीला के मंचन में हमारे द्वारा कोई विसंगतियां उत्पन्न हो। उन्होंने बताया कि रामला देखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री, सांसद व विधायक को आमंत्रित किया गया है। आनन्द भाटी ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, सिटी मजिस्ट्रेट से रामलीला मंचन की अनुमति मिल चुकी है, सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता रामलीला मंचन 29 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक करके पूरे शहर को भगवान राम का संदेश पहुंचाया जाएगा। इस दौरान महासचिव ममता तिवारी, अजय नागर कोषाध्यक्ष, मुख्य संयोजक शेर सिंह भाटी,धर्मेन्द्र भाटी,महेश शर्मा, बदौली, सुशील नागर, धीरेन्द्र भाटी,चैनपाल प्रधान, लोकेश आदि लोग मौजूद रहे।