सूखे व मरुस्थलीकरण से निपटने की रुपरेखा दिल्ली घोषणा पत्र में कर सकते हैं घोषणा
ग्रेटर नोएडा। संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन 14वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ (कॉप-14) की मेजबानी भारत कर रहा है, जिसमें 197 देश के प्रतिनिधि व पर्यावरण मंत्री शामिल हुए हैं। कॉप-14 में दुनिया भर देश मरुस्थली करण को लेकर चिन्तन कर रहे हैं। मेजबान देश होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज विशेष सत्र को सम्बोधित करेंगे। प्रधानमंत्री का अगवानी करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंच रहे हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर गौतमबुद्ध विवि में उतरेगा, जबकि प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर एक्सपो मार्ट के अंदर बनाए गए हेलीपैड पर उतरेगा, उनके साथ पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेडकर भी मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री लगभग दो घंटे तक कार्यक्रम में रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह जीबीयू में कुछ देर रुकने के बाद कार से एक्सपो मार्ट पहुंचेगे। प्रधानमंत्री के स्वागत के बाद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री कॉप-14 के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम में शामिल होने वाले विश्व के 197 देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित किया करेंगे। दिल्ली घोषणा पत्र में सूखे से निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम व भविष्य में दुनिया के देशों से एकजुट होने की कर सकते हैं घोषणा। लगभग डेढ़ घंटे के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियों को अधिकारी अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। एटीएस के विशेष कमांडों कार्यक्रम स्थल पर मुस्तैद हो गए हैं। कॉप-14 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के दौरान शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी। सुरक्षा के संबंध में सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही कार्यक्रम स्थल एक्सपो मार्ट के पांच किलोमीटर की परिधि में ड्रोन कैमरे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश जिलाधिकारी बीएन सिंह ने जारी किया है। आदेश का उल्लंघन करने वाले पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। शनिवार को मुख्य सचिव व उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर बैठक की थी।