सीताजी की खोज में हनुमान जी सबसे बड़े राजदूत की भूमिका निभायी

Ram katha श्रीराम कथा कौशल विजय महाराज Kausal Vijay Maharaj

-हनुमंत कथा में विजय कौशल जी महाराज हनुमान जी की महिला का किया गुणगान

ग्रेटर नोएडा,3 दिसम्बर। सेक्टर अल्फा-दो के कॉमर्शियल बेल्ट में चल रहे श्रीराम कथा में मंगलवार को विजय कौशल महाराज ने हनुमानजी की महिमा का वर्णन किया, जिसे सुनकर श्रोता मुग्ध हो गए, साथ ही हनुमान भजन पर लोग झूम उठे। कथा वाचक कौशल महाराज ने बताया कि हनुमानजी लंका में पहुंचने पर किस तरह से अपने बुद्धिमत्ता का परिचय दिया, रावण के राजकाज में शामिल लोगों की रेकी की और माता सीता का पता जान लिया। विभीषण ने ही बताया कि माता जानकी अशोक वाटिका में हैं। इसलिए ये कहा जाता है घर का भेदी लंका ढाये। हनुमान जी अशोक वाटिका में प्रवेश करते है ओर देखते है की माता जानकी वृक्ष के नीचे बैठी हैं, और हनुमान जी माता जानकी से आशीर्वाद लेते हैं। सचिव सौरभ बंसल ने बताया कथा में हनुमान जी लंका में रात्रि के समय पहुंचे  अगर दिन में पहुंचते तो वह रावण को भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हुए देखकर समझते कि यह तो भगवान का शिष्य है यह कोई भी गलत कार्य नहीं कर सकता। रात्रि में पहुंचने के कारण उन्होंने रावण का राक्षसी रूप देख लिया। इससे सीख मिलती हे मनुष्य को अपना चरित्र एक ही तरह का रखना चाहिये। विजय कोशल जी महाराज ने बताया साधु पुरुषों का उद्धार करने के लिए, पाप करने वालों का विनाश करने के लिए और धर्म की अच्छी तरह स्थापना करने के लिए ईश्वर युग-युग में प्रकट होते हैं। मंगलवार की कथा में व्यवस्था बनाने में  ओमप्रकाश अग्रवाल, गोपाल गुप्ता, रवि नाथ सिंह, नोरंग सिंह, लोकमन  प्रधान, उमेश बंसल,पी.पी. मिश्रा, कुलदीप शर्मा, सौरभ बंसल, मुकुल गोयल, सत्यप्रकाश अग्रवाल, मनजीत सिंह, कपिल गुप्ता, ललित शर्मा, अमित गोयल, जी.पी. गोस्वामी, गौरव उपाध्याय, जितेंद्र त्रिपाठी, संजीव सालवान, पवन गर्ग, देवीशरण शर्मा, सुरेश पचौरी, वैभव बंसल, अमरजीत सिंह, अरविंद तिवारी, सरोज तोमर, के.के. शर्मा, आदि लोग उपस्थित रहे।

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