ईपीसीएच ने सरकार की ईपीएफ सहायता का किया स्वागत
ग्रेटर नोएडा,26 मार्च। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन इरानी ने देश के विभिन्न क्लस्टर्स में फैले उन 79 लाख शिल्पकारों और 20 हजार निर्यातक जो एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स (ईपीसीएच) और कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (सीईपीसी) का एक हिस्सा हैं, की तरफ से एक वीडियो संदेश के जरिए विदेशी खरीद समुदायों और उनके प्रतिनिधियों से किसी भी ऑर्डर को रद्द न करने का आग्रह किया है और उन्हें इस बात का आश्वासन दिया कि ईपीसीएच और सीईपीसी उनके साथ कार्यरत रहेंगे, क्योंकि कपड़ा मंत्रालय इस संकटकालीन समय में यह सुनिश्चित करने के लिए दोनों परिषदों के साथ काम कर रहा है, ताकि कोई पीछे न रह जाए और वो हरसंभव उपाए किए जाएं ताकि भविष्य में विकास अपनी रफ्तार पकड़ सके। कपड़ा मंत्री ने यह भी कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने कई ऐसे उपायों की घोषणा की है जिससे कामगार बिरादरी के अधिकार और उनकी मजदूरी बरकरार रहे, साथ ही वक्त है कि ऐसे समय में शिल्प उद्योग से व्यावसायिक लाभ उठाने वाले लोगों को आगे आना चाहिए। ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी के फैलने की वजह से हस्तशिल्प क्षेत्र को बहुत गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ वो पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति, नियत समय पर उत्पाद के नहीं तैयार होने, मजदूरी के भुगतान और ओवरहेड खर्च जैसी स्थितियों से जूझ रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके सामानों के खरीदार उनसे बिजनेस की शर्तें दोबारा तय कर रहे हैं। श्री कुमार ने इसके बाद कहा कि इस विकट परिस्थिति को देखते हुए ईपीसीएच ने एक रिप्रेजेंटेशन के जरिए भारत के प्रधानमंत्री, वित्त मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के पास हस्तशिल्प क्षेत्र की मदद के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा करने की गुजारिश की है। 100 से अधिक कर्मचारियों वाले प्रतिस्ठानों के कर्मचारियों के 12 प्रतिशत ईपीएफ योगदान का सरकार द्वारा वहन करने की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणा का स्वागत करते हुए कुमार ने कहा कि इससे निश्चित तौर पर हस्तशिल्प क्षेत्र को मदद मिलेगी और उम्मीद है कि सरकार जल्द ही हस्तशिल्प क्षेत्र के लिए कुछ ऐसे ही उपायों की घोषणा करेगी जिससे हस्तशिल्प क्षेत्र में विकास को प्रोत्साहन मिले। बाइंग एजेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष क्रिस्टीन राय ने हस्तशिल्प के क्षेत्र में कोरोना वायरस के संकट पर अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि एसोसिएशन ने सभी स्टेकहोल्डर्स से अपील की है कि दिए हुए ऑर्डर पर किसी भी फैसले से पहले दूसरों का ध्यान रखते हुए संवेदनशील तरीके से विचार करें क्योंकि इस पर कई जिंदगियां आश्रित हैं, इसके बाद उन्होंने कहा कि यह वो समय है जब हर किसी को उन लाखों कारीगरों और श्रमिकों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।