ग्रेटर नोएडा।सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का कार्य हेलमेट मैन पिछले 6 साल से सड़क दुर्घटना को रोकने का कार्य कर रहे हैं एक मिशन बनाकर. जो लोगों को हेलमेट के साथ इंसुरेंस के प्रति भी जागरूक कर रहे हैं. हेलमेट मैन अब तक 25000 हेलमेट निशुल्क बांट चुके हैं और दो लाख गरीब बच्चों को किताब देकर देश की शिक्षा 100% करने का लक्ष्य भी बना रखा है. जो नए साल पर हेलमेट की जगह 10 लाख की बीमा दे रहे हैं जो उन्हें पुरानी पुस्तक दे रहा है. ताकि सड़क दुर्घटना होने पर उस परिवार को सहायता राशि मिले जो दुख की घड़ी में उसके काम आ सके।
भारत के 73 साल आजादी के बाद देश 100% साक्षर नहीं हुआ क्योंकि समाज में पढ़ा लिखा व्यक्ति कभी अशिक्षित बच्चों के प्रति ध्यान नहीं दिया. आज हेलमेट मैन न्यू जनरेशन जो स्कूल और कॉलेज में पढ़ रही है उन्हें हेलमेट और इंश्योरेंस देकर भारत की शिक्षा को बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं. और अपने अभियान द्वारा सरकार से भी मांग रखी है जो प्रतिवर्ष स्कूल में पुस्तक चेंज कर दी जाती है इस पर रोक लगानी चाहिए. क्योंकि भारत में सरकार 5 वर्ष के लिए चुनी जाती है और वही सरकार प्रतिवर्ष स्कूलों की पुस्तक चेंज करती रहती है
जिसका सीधा प्रभाव अभिभावक पर पड़ता है जो अपने बच्चे को महंगी शिक्षा देने के प्रति कर्ज ले लेते हैं और वहीं अभिभावक एक हेलमेट और इंश्योरेंस अपने बच्चे को नहीं दे पाते हैं. भारत के युवा रिसर्च के लिए दूसरे देश जाते हैं जहां पर कभी पुस्तक चेंज नहीं होती और हमारे देश में प्रतिवर्ष रिसर्च किए जाते हैं स्कूलों में जो पूरी पुस्तक ही चेंज कर दी जाती है. जितनी जनसंख्या हमारे देश में बढ़ रही है उस आधार पर पुस्तक चेंज करने का नियम ही नहीं होना चाहिए इसलिए आज हम 100% भारत को शिक्षित नहीं कर पाए हैं. और आज कोई भी योजना इसलिए असफल होती है क्योंकि भारत में सभी लोग साक्षर नहीं है.
सड़क दुर्घटना को रोकने का प्रयास हेलमेट मैन जो स्कूल में झोला ड्रेस जूते ब्लेजर देने का नियम लागू है उसी स्कूल से एक हेलमेट देने का भी नियम लागू होना चाहिए. बच्चों को बचपन से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता मिलेगी और अभिभावक भी स्कूल छोड़ते समय बच्चों को हेलमेट का प्रयोग करेंगे.
भारत में 79 प्रतिशत युवा की सड़क दुर्घटना में मौत होती है.जिसे रोकने के लिए स्कूल और कॉलेज में नए एडमिशन पर रजिस्ट्रेशंस के नाम पर ली जाने वाली फीस से प्रोस्पेक्टस देने के बजाय एक हेलमेट देने का नियम बनाएं. इस नियम के लिए हेलमेट मैन सभी स्कूल और कॉलेज से मिलकर कई साल से प्रयास कर रहे हैं.