ग्रेटर नोएडा,14 नवम्बर। एलईडी लाइट्स और प्रौद्योगिकी के लिए भारत की एकमात्र प्रदर्शनी 21वें संस्करण के साथ इंडिया एक्सपो मार्ट में शुरू हुआ, आठ अन्तर्राष्ट्रीय समूहों के साथ 300 प्रदर्शक शामिल हुए हैं। एलईडी एक्सपो में फ्यूचर ज़ोन उन अभिनव समाधानों की ओर लोगों को आकर्षित कर रहा है, जिनमें एलईडी प्रकाश समाधान को अगले स्तर तक ले जाने की क्षमता है। आईटी मिनिस्ट्री के सीनियर डायरेक्टर एस.के. मारवाह ने किया उद्घाटन किया। दिल्ली में 2.1 लाख एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने की सरकार की घोषणा से यह स्पष्ट जाहिर होता है कि देश की राजधानी पूरी तरह से भारत की एलईडी क्रांति में शामिल हो गई है। एलईडी प्रौद्योगिकियों की बढ़ती आवश्यकता का ही परिणाम है कि भारत सहित नौ समूहों के 300 प्रदर्शक, एलईडी एक्सपो के लिए बिक्री संस्करण में शामिल हुए है। इस प्रदर्शिनी के 21वें संस्करण में चीन, हांग कांग, एवं ताईवान के साथ दूसरे देशों, जैसे-फिनलैंड, इटली,जापान, कोरिया व यूएई के विशिष्ट मंडप में बड़े पैमाने पर 25 प्रतिशत की वृद्धि दिखाएगी तो वहीं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगी कंपनी में 24 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित कर रही है। टाटा कम्युनिकेशंस, ओसराम ऑप्टो सेमीकंडक्टर, एमएलएस इंडिया, मिलेनियम जैसी कंपनियां, सेमीकंडक्टर, जुकी इंडिया, क्रिसेंट ऑप्टो अहमदाबाद, ग्लो ग्रीन, कॉम्पोनिक्स इंडिया, एडिसन ऑप्टो, एस आर इलेक्ट्रो और मुरली लाइट शो में कुछ प्रमुख भागीदार है। मेसे फ्रैंकफर्ट एशिया होल्डिंग लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक और बोर्ड सदस्य राज मानेक, कहते हैं कि दिवाली से पहले एलईडी लाइट्स की मांग और उपयोग इस बात की ओर इशारा करती है कि बाजार में पर्यावरण अनुकूल एवं आकर्षक विकल्प के तलाश बढ़ रही है। मांग में वृद्धि की वजह केवल एलईडी लाइट का वातावरण अनुकूल होना ही नहीं बल्कि कम बिजली का उपयोग भी उपभोक्ताओं के लिये पॉकेट फ्रेंडली बनाता है।
21वें एलईडी एक्सपो का हुआ शुभारम्भ
