–चेन्जिग पैराडाइम इन इण्टरनेशनल रिलेशन्स एण्ड अपार्चुनिटीज फार इण्डिया
विषय पर विशेषज्ञ वार्ता श्रृंखला का आयोजन
ग्रेटर नोएडा,21 अगस्त। जीएल बजाज इन्स्टीट्यूट आफ मैनेजमेण्ट एण्ड रिसर्च, में वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल एवं संस्थान के निदेशक डॉ. अजय कुमार के कुशल नेतृत्व एंव मार्गदर्शन में नई पहल के तहत चेंन्जिग पैराडाइम इन इण्टरनेशनल रिलेशन्स एण्ड अपार्चुनिटीज फार इण्डिया विषय पर विशेषज्ञ वार्ता श्रृंखला का आयोजन किया गया। इस विशेषज्ञ वार्ता श्रृंखला के मुख्य वक्ता विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त सचिव ए. अजय कुमार थे। ज्ञातव्य हो कि ए. अजय कुमार इससे पूर्व भारत के राजदूत रहे हैं व विदेशों के कई बड़े प्रोजेक्ट्स को सफलता के साथ पूर्ण किया है। इस विशेषज्ञ वार्ता के मुख्य वक्ता ए. अजय कुमार ने छात्र-छात्राओं को विश्व के बदलते परिवेश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्वयुद्ध से पूर्व के शक्तिशाली केन्द्र यू.के., फ्रांस, जापान रहे हैं जो कि विश्वयुद्ध के बाद धीरे-धीरे विघटित होते रहे हैं। विश्व का विकेन्द्रीकरण, यूनाइटेड स्टेट व सोवियत संघ यूरोप नामक दो ध्रुवों में होकर रह गया। 1990 के बाद सोवियत संघ यूनियन विभिन्न घटकों में विभाजित हो गया और समूचे विश्व की शक्ति संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के इर्द-गिर्द होकर रह गयी। ए. अजय कुमार ने बताया कि वर्तमान में चीन, भारत, जापान एवं रूस जैसी शक्तियां उभर रही है
जिसमें भारत व चीन विश्व के आकर्षण का केन्द्र बन रहे है। ए. अजय कुमार ने आगे कहा कि पूरे विश्व के समक्ष आतंकवाद की बहुत बड़ी चुनौती है, जिससे निपटने के लिए भारत विश्व की कई शक्तियों के साथ मिलकर, कुछ कड़े कदम उठा रहा है। एक दो देश को छोड़ दें तो समस्त विश्व इस लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है। उन्होंने बताया कि हालाकि यह भी सच है कि अधिकतर देश आतंकवाद पर दोहरी नीति रखते हैं, लेकिन भारत एक मात्र ऐसा देश है जो आतंकवाद के खिलाफ अपना स्पष्ट नज़रिया रखता है एवं ज़ीरो टालरेन्स की नीति अपनाता है। वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने कहा कि भारत एक विश्वशक्ति के रूप में उभर रहा है जिसमें युवाओं के लिए अपार संभावनाए होंगी। अग्रवाल ने शिक्षा में गुणवत्ता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि जीएल बजाज संस्थान राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम जैसे गोष्ठि, कार्यशाला, व वार्ता श्रृंखलाओं के आयोजन कराता रहेगा। उन्होंने संस्थान की सफलता के लिए संस्थान के निदेशक व समस्त शिक्षकगण के प्रति आभार व्यक्त किया। संस्थान के निदेशक डॉ अजय कुमार ने कहा कि जीएल बजाज संस्थान समय-समय पर विशेषज्ञ वार्ता श्रृंखला कराता है, जिसमें विश्व, उद्योग व शिक्षा जगत के वरिष्ठ वक्ताओं को आमंत्रित करता है, जो अपने अनुभवों को छात्रों के साथ साझा करते है और यह ज्ञान छात्रो के सर्वांगीण विकास हेतु उत्प्रेरक का कार्य करता है। डॉ. अजय ने श्रृंखला के विषय को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ पालिसी उपमहाद्वीप के विकास के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करती है, वहीं वर्तमान में भारत अपने राजनैतिक व आर्थिक सम्बन्धों का विस्तार विश्वपटल पर कर रहा है। इस कार्यक्रम में अन्य अतिथि के रूप मे ज्योति सिंह ने भाग लिया। ज्योति सिंह एक प्रतिष्ठित पी आर रणनीतिकार हैं। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालो में संस्थान की डीन डॉ. कीर्ति दत्ता, डॉ. आनन्द कुमार राय, डॉ. अजय कुमार भट्ट, राधिका मलहोत्रा, रिपु दमन गौड आदि शिक्षक व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।