ग्रेटर नोएडा,। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में विधि संकाय के छात्र प्रांजल गौतम द्वारा लिखित तथा एमबीए के छात्र शुभांशु कुमार द्वारा निर्देशित ‘आज़ाद द अनसंग हीरो’ नाटक का मंचन किया गया। इस दौरान जीबीयू के कुलपति प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा, कुलसचिव बच्चू सिंह, सभी संकायों के अधिष्ठाता, सभी विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, कर्मचारी एवं छात्र छात्राओं इस नाटक के मंचन को देखकर सराहना की। आज़ाद द अनसंग हीरो पूर्णतयः दृढ़ता और दृढ़ संकल्प का एक प्रयास है। आज हम जिस स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं, वह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की तपस्या का ही परिणाम है, जो हमारे लिए लड़े, विशेष रूप से वह क्रांतिकारी जिन्होंने साम्राज्यवाद की नींव को हिला दिया। लेकिन दुर्भाग्यवश, कई स्वतंत्रता सेनानियों को वह मान्यता और ख्याति नहीं मिल पायी जिसके वो हकदार थे।
- –आजादी के आन्दोलन में कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की कहानी उनके साथ हो गयी दफन
- -शुभांशु कुमार द्वारा निर्देशित “आजाद द अनसंग हीरो” का हुआ मंचन
आज़ाद द उनसंग हीरो, एक ऐसे ही नायक चंद्रशेखर आज़ाद की जीवनी पर आधारित नाटक है। प्रांजल के मुताबिक यह सिर्फ एक और नाटकीय प्रयास नहीं है, बल्कि नि:स्वार्थ भाव से अपनी मातृभूमि के लिए प्राण न्योछावर करने वाले एक शख्स की दास्तां को आम लोगों तक पहुंचाने का एक प्रयास है। सामूहिक प्रयत्न ने इसे संभव बना दिया है, क्योंकि पटकथा महज़ एक नींव है और नींव को सबसे मजबूत होना चाहिए, ताकि वह बड़ी से बड़ी इमारतों का बोझ उठा सके। नाटक के पात्रों ने लोगों के दिलों तक पहुंचने के लिए दिन-रात घनघोर परिश्रम किया है। नाटक का उद्देश्य देश के नायक की अनसुनी दास्तां, मिट्टी के बेटे, चंद्रशेखर आज़ाद की जीवनी पर प्रकाश डालना और उन्हें गुमनामी के चंगुल से मुक्त करना ही इस नाटक का मुख्य उद्देश्य था। इस दौरान डायरेक्टर, प्रॉप टीम, साउंड्स एंड लाइट्स टीम सहित 45 सदस्यों की एक टीम, समस्त अभिनेता इस लक्ष्य को सफल बनाने की दिशा में प्रयास किया।(सौजन्य-डॉ. अरविन्द सिंह, जीबीयू)