-पीजीडीएम के 190 विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में मिली डिग्री
-शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए प्रतिभावान छात्रों को किया सम्मानित
ग्रेटर नोएडा। जीएल बजाज इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेण्ट एण्ड रिसर्च (जीएलबीआईएमआर), ग्रेटर नोएडा में पीजीडीएम बैच 2017-19 के छात्रों का दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। समारोह का उद्घाटन जी. एल. बजाज एजुकेशनल इन्स्टीट्यूशंस के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल, मुख्य अतिथि निखिल कुमार, (भूतपूर्व गवर्नर, नागालैण्ड व केरल एवं भूतपूर्व पुलिस कमिश्नर, दिल्ली), संस्थान के निदेशक डॉ. अजय कुमार, अतिथि आशीष प्रधान, सीओओ, ई-शक्ति डाट काम एवं डॉ. विनयशील गौतम (चेयरमैन एकेडेमिक एडवाइजरी बोर्ड) ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। इस अवसर पर शैक्षणिक उत्कृष्टता हेतु प्रथम, द्वितीय, एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र क्रमशः उपांशी मित्तल को स्वर्ण पदक, आलोक कुमार को रजत पदक, एवं रानू सिंह को कांस्य पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त उक्त छात्रों को प्रमाण-पत्र के साथ प्रोत्साहन राशि क्रमशः रू. 15,000, 10,000, व रू. 5,000 भी प्रदान किये गये। दीक्षान्त समारोह में कुल 190 छात्र-छात्राओं को पीजीडीएम की उपाधि से सम्मानित किया गया। संस्थान की डीन डॉ. कीर्ति दत्ता ने छात्राओं को शिक्षा का समाज के प्रति जिम्मेदारी की शपथ दिलाई। दीक्षान्त समारोह के मुख्य अतिथि निखिल कुमार ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा न केवल व्यक्ति के आचरण, व्यवहार एवं विवेक तीनों को अपने जीवन में परिलक्षित करती है, अपितु शिक्षा व्यक्ति के जीवन में सटीक चुनाव और सही निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित करती है। उन्होंने वैश्विक जगत के कई उदाहरण देते हुए छात्रों को भविष्य में होने वाली चुनौतियों के बारे में आगाह किया व उनसे निपटने के गुर भी छात्रों से साझा किया। निखिल कुमार ने बताया कि यह परिवर्तन का दौर है और इस परिवर्तनशील युग में भारत एक अग्रज के रूप में प्रमुख भूमिका निभाने जा रहा है और इस भूमिका का सूत्रधार देश का युवा ही है। अतः आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप जीएल बजाज में प्राप्त शिक्षा का देश व समाज के हित में उपयोग करेंगे। संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने उपस्थित छात्रों को उनकी सफलता पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि संस्थान के प्रबन्धन के सफल छात्र अपने जीवन में सफल होकर निरन्तर अग्रसर होंगे। उन्होंने कहा कि जी.एल बजाज संस्थान प्रौद्योगिकी विज्ञान और प्रबन्धन के क्षेत्र में छात्रों को वैश्विक मानकों तक पहुंचाने के लिए निरन्तर प्रतिबद्धित रहा है। उन्होंने प्रबन्धन शिक्षा की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि आज प्रतिस्पर्धा के दौर में प्रबन्धन शिक्षा अत्यन्त महत्वपूर्ण है और समाज के परिवर्तन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
इस अवसर पर अतिथि डॉ. विनयशील गौतम ने कहा कि इस दौर में उद्योग जगत की अपेक्षाएं व कार्यशैली मूलभूत रूप से परिवर्तित हो रही है। इन बदलती अपेक्षाओं के प्रारूप में स्वयं को ढालना एक प्रमुख चुनौती है। भविष्य में आर्टिफिसियल इन्टेलिजेन्स, ब्लाक चेन, एवं इण्टरनेट आफ थिन्ग्स जैसी तकनीकी प्रभावी रहेंगे जिनका की दौर शुरू हो चुका है। उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मात्र नौकरी नहीं है अपितु एक कुशल नागरिक के रूप में देश व समाज की सेवा करना भी है। आशीष प्रधान ने छात्रों को शैक्षणिक उपलब्धि हेतु बधाई देते हुए कहा कि आप अपने निजी एवं व्यावसायिक जीवन में खूब तरक्की करें एवं अपने अभिभावक, संस्थान एवं राष्ट्र का नाम रोशन करें।संस्थान की निदेशक डॉ. अजय कुमाऱ ने कहा कि जी.एल. बजाज के प्रबन्धन शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास कराना और उन्हें कारपोरेट जगत के सर्वोत्तम अवसर प्रदान करना है। उन्होंने संस्थान की वार्षिक शैक्षणिक विवरण प्रस्तुत करते हुए संस्थान की हाल की उपलब्धियों उल्लेख किया जिसमें विदेशी उत्कृष्ट विश्वविद्यालयों से जुड़ाव और संस्थान को प्राप्त अवार्ड एवं मान्यता प्रमुख थीं। उन्होंने कहा कि जी.एल. बजाज संस्थान प्रबन्धन छात्रों को भविष्य में कारपोरेट जगत में प्रस्थापित करने हेतु उपयुक्त संसाधन एवं अवसर प्रदान करने के प्रति कृतसंकल्पित है। जी एल बजाज संस्थान की डीन डॉ. कीर्ति दत्ता ने अपने धन्यवाद प्रस्ताव में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं सभी उपस्थित जनों का आभार प्रकट किया और संस्थान के उज्जवल भविष्य की कामना की। दीक्षांत समारोह में संस्थान के कुलसचिव संजय श्रीवास्तव, डॉ. आनन्द राय, राधिका मलहोत्रा, डॉ. हर्ष प्रताप सिंह, डॉ. अर्पिता श्रीवास्तव, अर्पणा कुमारी आदि की उपस्थिति रही।