ग्रेटर नोएडा। सीपी कुकरेजा आर्कीटेक्ट्स द्वारा हाल ही में पूरी की गई परियोजना मानव संसाधन विकास केन्द्र, ग्रेटर नोएडा को इण्डियन कान्क्रीट इन्सटीट्यूट, उत्तरप्रदेश सेंटर, गाज़ियाबाद के द्वारा आउटस्टैंडिंग कान्क्रीट स्ट्रक्चर 2019 के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। आर्कीटेक्ट दीक्षु कुकरेजा को यह पुरस्कार रेल लैण्ड डेवलपमेन्ट अथॉरिटी के वीई- ईआर. वीपी डुडेजा द्वारा दिया गया। ग्रेटर नोएडा में मानव संसाधन विकास केन्द्र के लिए यह परियोजना एनसीआर के उप-शहरी क्षेत्र में स्थित है और इन-सर्विस टीचर्स कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के लिए डीपीएस सोसाइटी का शैक्षणिक केन्द्र है। इसका शानदार और कलरफुल डिज़ाइन पड़ौस में स्थित डीपीएस का विस्तार है। सेंटर ज्ञान केन्द्र के रूप में कार्य करता है जो डीपीएस सोसाइटी के आगामी टीचिंग स्टाफ के लिए कोच की भूमिका निभाता है। परियोजना में एडमिनिस्ट्रेटिव एवं एकेडमिक ब्लाक, मल्टी -परपज़ हाल, एक जिम बिल्डिंग, हास्टल बिल्डिंग और लैक्चरर्स एवं सपोर्ट स्टाफ के लिए आवास सुविधाएं शामिल हैं। नीरसता को दूर करने केलिए कैम्पस में एम्बर बैण्ड्स हैं जो एडमिन ब्लाक में भव्य प्रवेश द्वार को हाईलाईट करते हैं, फेसेड में विभिन्न आकार की खिड़कियां हवा के प्रवाह के साथ ठंडक बनाए रखती हैं। एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लाक एवं एकेडमिक ब्लाक का एंट्रेन्स अपने आप में भव्य है जो यहां आने वाले हर आगंतुक को आकर्षित कर लेता है। मल्टी परपज़ हाल का डिज़ाइन आर्कीटेक्चरल एवं इंजीनियरिंग कला का अद्भुत संयोजन है। आरसीसी आर्चवे 80 फीट में फैला है। मानव संसाधन विकास केन्द्र का डिज़ाइन देश के शैक्षिक संस्थानों की अवधारणा का प्रतीक है और इसे जीवंत रूप में प्रस्तुत करता हैं। आर्कीटेक्ट दीक्षु सी कुकरेजा नई दिल्ली के स्कूल आफ प्लानिंग एण्ड आर्कीटेक्चर से स्वर्ण पदक प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने फ्रैंक लायड राईट स्कूल ऑफ आर्कीटेक्चर, यूएसए में फैलोशिप में प्रतिष्ठित टैलीज़ में हिस्सा लिया है। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड युनिवर्सिटी से आर्कीटेक्चर एण्ड अरबन डिज़ाइन में मास्टर्स किया। उन्हें एशिया जीएसडी का वाईस प्रेज़ीडेन्ट चुना गया, जो हार्वर्ड युनिवर्सिटी के सबसे बड़े छात्र संगठनों में से एक के रूप में विकसित हो चुका है। बाद में वे हार्वर्ड क्लब ऑफ इण्डिया के प्रेज़ीडेन्ट चुने जाने वाले सबसे कम उम्र के पहले आर्किटेक्ट बन गए।