जीएनआईओटी में व्यवसाय संचालन में प्रौद्योगिकी विषय पर संगोष्ठी आयोजित

ग्रेटर नोएडा,14 फरवरी। जीएनआइओटी एमबीए इंस्टीट्यूट और भारतीय सामग्री प्रबंधन संस्थान, ग्रेटर नोएडा के सहयोग से दो दिवसीय राष्ट्रीय  संगोष्ठी का  आयोजन किया है, जिसका विषय व्यवसाय संचालन में प्रौद्योगिकी की भूमिका था। शुक्रवार को कार्यक्रम का शुभारम्भ ग्रुप के चेयरमैन राजेश गुप्ता एवं कार्यक्रम में आये सभी विशिष्ट अतिथिगण ने सरस्वती वंदना व दीप प्रज्वलित कर किया। इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य उद्योग के विशेषज्ञों, चिकित्सकों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और छात्रों को एक साथ लाकर विषय की हाल की चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझना है। भारतीय सामग्री प्रबंधन संस्थान, ग्रेटर नोएडा के सहयोग से इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। डायरेक्टर जीएनआइओटी एमबीए डॉ. सविता मोहन जिन्होंने  कार्यकारी शिक्षा और परामर्श, प्रबंधन  शिक्षा जैसी विभिन्न गतिविधियों का नेतृत्व किया है ने संस्थान के प्रतिष्ठित जर्नल एकांश के उन्नीसवे अंक को जारी करते हुए  कहा कि यह सेमिनार शैक्षणिक संस्थानों और कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों में वर्तमान और भावी शिक्षकों के लिए डिज़ाइन किया गया है। संगोष्ठी उन अनुसंधान विद्वानों  के लिए भी उपयोगी होगी जो समय के साथ शिक्षण पेशे में शामिल होने का इरादा रखते हैं। चयनित रिसर्च पेपर संस्थान के प्रतिष्ठित जर्नल एकांश  में आईएसएसएन के साथ प्रकाशित किए गए है। संगोष्ठी मे तीस से अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए है जिसमें से उत्कृष्ट शोध पत्र को प्रशस्तिपत्र दिया जायेगा।  सभी प्रतिभागियों को भागीदारी का प्रमाण-पत्र भी  प्रदान किया जायेगा। ग्रुप के चेयरमैन राजेश  गुप्ता ने  कहा कि संस्थान का मुख्य उद्देश्य अत्यधिक रचनात्मक पेशेवरों का एक समूह उत्पन्न करना है, जो न केवल मानव संसाधन विकास में, बल्कि राष्ट्र निर्माण अभ्यास में भी योगदान दे सकते हैं। यह राष्ट्रीय  संगोष्ठी शिक्षाविदों, अनुसंधान संगठनों, संस्थानों, स्थानीय निकायों और एजेंसियों और नीति-निर्माताओं के प्रतिनिधियों को एक साथ लेकर आया है।

ग्रुप के वाईस-चेयरमैन गौरव  गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्रमोदी के नेतृत्व में, जीओआई स्टार्टअप  उन पहलों को लागू कर रहा है, जो न केवल भारत में निवेश की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि भारत को व्यापार करने के लिए एक बेहतर और आसान स्थान भी बनाएगा। वर्तमान सरकार द्वारा शुरू की गई कुछ पहलों में मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया और स्मार्ट सिटीज है। सुरेश  कुमार  शर्मा,  डायरेक्टर  (वर्ल्ड  बैंक ) ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का दीर्घकालिक विकास परिप्रेक्ष्य अपनी युवा आबादी और  कम निर्भरता अनुपात, स्वस्थ बचत और निवेश दरों के कारण सकारात्मक बना हुआ है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में एकीकरण बढ़ा रहा है। उन्होंने अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , क्लाउड कंप्यूटिंग एवं थ्री  डी पेंटिंग को नई टेक्नोलॉजी बताया। एच के  शर्मा (एडिशनल  डायरेक्टर  जनरल – सप्लाई ,मिनिस्ट्री  ऑफ़  कॉमर्स एण्ड  इंडस्ट्री , गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया)  ने  प्रदर्शन के रूप में प्रौद्योगिकियों और उत्पादों के प्रदर्शन के माध्यम से कार्यक्रम की सराहना की एवं भविष्य मे पूरे दिल से समर्थन का आश्वासन दिया।

 

डॉ. वी. के. शर्मा , डिप्टी  डायरेक्टर  जनरल, नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर ने बताया कि प्रौद्योगिकी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जाता है, व्यवसाय विनिर्माण में प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकते हैं, ग्राहकों की देखभाल, परिवहन, मानव संसाधन प्रबंधन, व्यापार संचार में सुधार कर सकते हैं, प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने के तरीके के रूप में अपनी सेवाओं या उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकते हैं। भारतीय सामग्री प्रबंधन संस्थान की ग्रेटर नोएडा शाखा के चेयरमैन सीए अजित  कुमार ने  बताया कि यह संस्था राष्ट्रीय एपेक्स निकाय है जो सामग्री प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं में लगे पेशेवरों की एक विस्तृत स्पेक्ट्रम का प्रतिनिधित्व करता है एवं सोर्सिंग, लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। हेड एमबीए डॉ. पंकज सक्सेना ने अंत में कहा कि यह एक ही क्षेत्र में अन्य पेशेवरों के साथ एक गुणवत्ता नेटवर्किंग अवसर प्रस्तुत करता है।  संगोष्ठी में भाग लेने पर  व्यवसाय कार्ड और  अन्य उपस्थित लोगों के साथ अपने बारे में जानकारी साझा करने के लिए तैयार रहें।  इसी तरह, वक्ताओं, आयोजकों और साथी उपस्थित लोगों से संपर्क जानकारी के लिए पूछें, जो भविष्य में सूचना के अच्छे स्रोत के रूप में काम कर सकते हैं, या जो एक संभावित संसाधन हो सकते हैं।

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