राष्ट्रीय शिक्षानीति भारत के सर्वांगीण विकास में देगी योगदान,जीबीयू में दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

ग्रेटर नोएडा,1 नवम्बर। गौतमबुद्द विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान एवं अन्तराष्ट्रीय सम्बन्ध विभाग एवं विद्या भारती ग्रेटर नोएडा के संयुक्त तत्वाधान में विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला कार्यशाला का आयोजन किया गया l कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. राजकुमार मित्तल, कुलपति चौधरी वंशीलाल विश्वविद्यालय भिवानी हरियाणा रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता गौतम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने की। प्रो.मित्तल ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के विविध आयामों की चर्चा की। कार्यशाला के दूसरे सत्र की अध्यक्षता प्रो. एल. पी. मलकानिया ने की जिसमे गौतम विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यकर्मो, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत कैसे बुद्धिस्ट अध्यन केंद्र, राजनीती विज्ञान एवं अन्तराष्ट्रीय संभंध एवं अन्य मानविकी एवं तकनीकी विषयों में कैसे देश और विदेश के विद्यार्थियों को और कैसे सरल और सहज शिक्षा प्रदान करायी जाये उसके साथ पुस्तकालय , राष्ट्रीय सेवा योजना, खेल और क्षत्रावासों को कैसे विद्यर्थियों के हित के लिए और मजबूती से तैयार किया जाये पर गहन विचार विमर्श किया गया। कार्यशाला के दूसरे दिन के पहले सत्र में प्रो. बी. के. कुथियाल, चेयरमैन हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद् ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से भारत की विवधता पर जो जोर दिया गया हैं। वह पूरी तरह से प्राकृतिक हैं क्योकि भारत देश विधता का देश है वही प्रो. पी. के. यादव ने कहा कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान देगी।
कार्यशाला के दूसरे दिन के दूसरे सत्र में, भारतीय भाषा और बुधिज्म पर प्रोफ बंदना पाण्डेय ने बताया की कैसे मिडिया और आधुनिक साहित्य ने भारतीय समाज के साधारण व्यक्ति को कैसे पश्चिमी जगत से पूरी तरह से प्रभावित किया है इसलिए भारत के गाँव और समाज के लोकगीत ख़ुशी देने वाली देशी व्यस्था को पुनः फिर से स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अति आवश्यकता थी l
इसी सत्र के दूसरे वक्ता डॉ. अरविन्द कुमार सिंह ने बताया कि कैसे विश्विद्यालय में ध्यान केंद्र के द्वारा 200 विदेशी विद्यार्थी और देशी विद्यार्थी अपना विकास कर रहे हैं। कार्यशाला के दूसरे दिन के तीसरे सत्र में ऑनलाइन शिक्षा और सामग्री विकास और आभासी प्रयोगशाला में डॉ. मनमोहन सिंह सिसोदिया ने अपने देश की शिक्षा की गुणवत्ता और विकास के लिए कहा कि हमें ऑनलाइन शिक्षा में किस प्रकार पाठ्यक्रम में विषय के केंद्र बिंदु पर ध्यान देने की आवश्यकता है , इस कार्यशाला में मुख्यरूप से विद्याभारती टीम नॉएडा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रयोग के लिए उसकी रणनीति और प्रक्रिया पर गहन विचार विमर्श किया। इस कार्यशाला के संयोजक, राजनीति विज्ञान एवं अन्तराष्ट्रीय सम्बन्ध विभागाध्यक्ष डॉ विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पूरी तरह से कार्यान्वन के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

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