कंपनी, फैक्ट्री मालिक व कांट्रेक्टर बात करने को तैयार नहीं, मकान मालिक किराया मांग रहा
-बाजार में आटा 50 रुपये किलो बेचा जा रहा, कहां से खरीदा जाएगा
नोएडा। पूरा देश लॉकडाउन हो चुका, नौकरी पास है नहीं, पैसा कहां से आएगा। 50 रुपये किलो का आटा दुकान में बिक रहा है, जिसको खरीदने की हमारी आकौत नहीं है। पेट कैसे भरा जाए, यह सूझ नहीं रहा है। ऊपर से मकान मालिक किराया मांग कर परेशान कर रहा है, चुकाया जा नहीं सकता है। इसलिए मजबूरन घर खाली कर अपने परिवार को साथ लेकर अपने गांव, जिले की ओर निकल पड़े है। अब साधन मिले या नहीं मिले, लेकिन अपने घर तक पहुचना है। इसलिए पैदल चल रहे है। लोग सावन में कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार पैदल आते-जाते है, समझ लो यह कांवड़ यात्रा ही है। यह बात नोएडा से पैदल ही इटावा, औरय्या, कानपुर, कन्नौज, फरुख्खाबाद, बदायूं, झांसी जाने वाले लोगो ने कही। उन्होंने कहा कि पता नहीं कितने दिनों तक लॉकडाउन रहेगा, इस दौरान खुद का या परिवार का पेट कैसे पाला जाएगा। यह बात समझ में नहीं आ रही है। सरकार की ओर से केवल घर के अंदर रुकने को कहा गया है, लेकिन परिवार का पेट कैसे पाला जाएगा, किराया कहां से दिया जाएगा यह स्पष्ट नहीं हुआ है। जिस कंपनी या फैक्ट्री में सिलाई कढ़ाई या अन्य लेबर का कार्य करते है। उस कंपनी का मालिक व कांस्ट्रेक्टर अब बात करने को तैयार नहीं है। कहता है कि जब काम होगा, तब बताया जाएगा। ऐेसे में काम के बिना यहां पर रुकने का मतलब समझ में नहीं आ रहा है।