ग्रेटर नोएडा,7 दिसम्बर। सेक्टर अल्फा-दो में चल रहे कथा में कथा वाचक विजय कौशल महाराज द्वारा हनुमंत कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। कथा की शुरुआत में भजन के साथ कौशल महाराज ने जगन्नाथपुरी के माधवदास की कथा का विस्तारपूर्वक वर्णन किया कि उन्हें भगवान के दर्शन कैसे हुए। उन्होंने बताया कि हनुमान चालीसा एक ऐसा ग्रन्थ है, जिसका श्रवण और पाठ करने से भक्त और भगवान की दूरी दूर हो जाती है। उन्होंने बताया कि हनुमान जी स्वयं शंकर ही थे और बताया कि भगवान शंकर ने क्यों बंदर के रुप में अवतार लिया।
शंकर जी ने 11 वां अवतार हनुमान जी के रुप में लेकर रावण के विनाश में सहयोग किया। उन्होंने विद्वान और विद्यावान में अंतर बताया कि रावण विद्वान था और हनुमानजी विद्यावान थे। इसी के साथ बताया कि वासना और उपासना कान से प्रवेश करती है, पुण्य और पाप आंख से प्रवेश करते है। होठ जो बोलते हैं हमारा मन भी वैसा हो जाता है। साथ ही बताया कि खान-पान से व्यक्ति का कैसा व्यवहार हो जाता है। मीडिया प्रभारी मुकुल गोयल ने बताया कि रविवार की कथा सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। उसके बाद महाप्रसाद का वितरण होगा। सभी भक्तगण सुबह समय से पहुंचे। शनिवार की कथा में आर.बी. शर्मा, चेतन्य कुलश्रेष्ठ, शैलेन्द्र भाटिया, उमेश बंसल, सत्यप्रकाश अग्रवाल, कुलदीप शर्मा, मुकुल गोयल, सौरभ बंसल, पी पी मिश्रा, मंजीत सिंह, के के शर्मा, अवधेश पांडेय, ललित शर्मा, अरुण गुप्ता, वेद प्रकाश, गौरव उपाध्याय, गिरीश गुप्ता, जितेंद्र त्रिपाठी, मयंक पांडेय, धनप्रकाश शर्मा, अमरजीत सिंह, सुरेश चंद पचौरी, कपिल गुप्ता, अमित गोयल, वैभव बंसल, जी पी गोस्वामी, धनप्रकाश शर्मा, अरविंद तिवारी, यतेंद्र शर्मा, संजीव सालवान, अमित गौड़, पंकज अग्रवाल, सरोज तोमर आदि लोग उपस्थित रहे।