ग्रेटर नोएडा,19 अगस्त। नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एनआईईटी), ग्रेटर नोएडा ने, जो यूजीसी द्वारा ऑटोनॉमस दर्जा प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश का पहला निजी संस्थान है, अपने छात्रों के लिए भविष्य-केंद्रित पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए “कोर्सेरा फॉर कैंपस”#Coursera for Campus पहल के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े और सबसे प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्रदाता प्लेटफॉर्म कोर्सेरा के साथ गठबंधन किया है। एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा नैक (ए ग्रेड, 3.23) और एनबीए (सीएसई, ईसीई, एमई, आईटी, बायोटेक्नोलॉजी, बी.फार्म, एमबीए और एमसीए) द्वारा मान्यता प्राप्त है, एनआईआरएफ-2020 में एनआईईटी फार्मेसी संस्थान को 49वां स्थान मिला है, जबकि #एनआईईटी इंजीनियरिंग संस्थान 201-250 रैंक बैंड में शामिल है।
एनआईईटी और कोर्सेरा के बीच साझेदारी की आधिकारिक घोषणा करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस अवसर पर राघव गुप्ता, प्रबंध निदेशक-कोर्सेरा (भारत और एपीएसी), आदित्य शैलज-बिज़नस डेव्लपमेंट मैनेजर-कोर्सेरा ने गुरुवार को एनआईईटी परिसर का दौरा किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रमन बत्रा-कार्यकारी उपाध्यक्ष-एनआईईटी, प्रवीण सोनेजा-महानिदेशक-एनआईईटी, डॉ. विनोद एम. कापसे-निदेशक-एनआईईटी, संस्थान के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा शिक्षकगण उपस्थित रहे। रमन बत्रा-कार्यकारी उपाध्यक्ष-एनआईईटी ने कहा कि एनआईईटी हमेशा से शिक्षा में तकनीक और इन्नोवेशन के प्रयोग पर बल देता आया है और कोर्सेराके साथ ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए यह गठबंधन उसी की एक मिसाल है। बत्रा ने कहा कि कोर्सेरा के ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लाइसेन्स के लिए एनआईईटी ने भारी भरकम निवेश किया है और मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि इस ब्लेंडेड लर्निंग के माध्यम से न केवल विद्यार्थी अपितु शिक्षक भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने ने आगे कहा कि अब विद्यार्थियों के लिए सीखने के अवसर केवल क्लासरूम तक सीमित न रहकर सीधे उनके पास पहुँच गए हैं।
प्रेस वार्ता में दौरान राघव गुप्ता, प्रबंध निदेशक-कोर्सेरा (भारत और एपीएसी) ने कहा कि कोर्सेरा और एनआईईटी का यह गठबंधन विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के लिए ऑनलाइन शिक्षा में नए अवसर लाएगा। इस गठबंधन के लिए उन्होंने एनआईईटी प्रबंधन की गुणवत्ता-पूर्ण शिक्षा प्रदान करने प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज के इस युग में ऑटोमेशन और डिजिटाइजेशन शिक्षा के स्वरूप को बदल रहे हैं और भौतिक रूप से शिक्षा ग्रहण करने की बाध्यता को दूर कर रहे हैं। कोविड-19 ने जहां शैक्षणिक संस्थानों के सामने नयी चुनतियां पेश की हैं, वहीं ऑनलाइन शिक्षा ने नए अवसरों और संभावनाओं को जन्म दिया है।
राघव गुप्ता ने आगे कहा कि परंपरागत शिक्षण व्यवस्था में ऑनलाइन शिक्षा को शामिल करके विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार करने में न केवल सहूलियत रहेगी वरन उनकी रोजगार प्राप्त करने की संभावनाओं में भी इजाफ़ा किया जा सकेगा। राघव गुप्ता ने कहा कि कोर्सेरा पर विश्व के 170+ अग्रणी संस्थाओं के ऑनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से निश्चित रूप से विद्याथियों और शिक्षकों को आशातीत लाभ मिलेगा। कोर्सेरा के साथ इस साझेदारी के माध्यम से, एनआईईटी के छात्र विश्व स्तर के विश्वविद्यालय और दुनिया भर की अग्रणी संस्थाओं के शिक्षकों द्वारा तैयार शिक्षण सामग्री तक पहुंचकर एक अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य प्राप्त करेंगे। छात्र इस नए तकनीकी युग में आवश्यक अत्याधुनिक कौशल विकसित करेंगे। इस गठबंधन के हिस्से के रूप में, छात्रों को आईबीएम, गूगल, अमेज़ॅन वेब सेवाओं, गूगल क्लाउड, डीप लर्निंग एआई, सेल्सफोर्स आदि से उद्योग उन्मुख पाठ्यक्रमों तक पहुंच प्राप्त होगी। यह एनआईईटी के छात्रों को उद्योग में वर्तमान में क्या हो रहा है, इस पर सैद्धांतिक अवधारणाओं के अनुप्रयोग को सीखने का अवसर देगा। छात्र इस अवसर का पूरा उपयोग नवीनतम तकनीकों में पाठ्यक्रमों की विस्तृत श्रृंखला के साथ कर सकते हैं और सभी क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति के संबंध में अपनी शिक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं जो अंततः ऑनर्स की डिग्री की ओर ले जाएगा। वर्तमान महामारी संकट ने हम सभी को ऐसे प्लेटफार्मों को देखने के लिए प्रेरित किया है क्योंकि शिक्षा संस्थानों के लिए मिश्रित शिक्षण मॉडल अपनाने के लिए ऑनलाइन शिक्षण में ट्रांसफ़ोरमेशन आवश्यक हो गया है। इस दौरान प्रणीव पचौरी, डायरेक्टर प्लालिंग सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
#नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी:
एनआईईटी ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश का पहला प्रतिष्ठित निजी ऑटोनामस शिक्षण संस्थान हैजो सभी वर्गों के छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करता है। अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑन इन्नोवेशन अचीवमेंट्स (एआरआईआईए -2020) एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा को देश के निजी उच्च शिक्षा संस्थानों की श्रेणी में शीर्ष 50 संस्थानों में स्थान मिला है।एनआईआरएफ-2020 में एनआईईटी के फार्मेसी इंस्टीट्यूट ने देश में में 49 वांस्थान प्राप्त किया तथा एनआईईटी इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट 201-250रैंक बैंड में शामिल है।सभी अर्ह पाठ्यक्रम एनबीए से एक्रीडिटेड हैं। संस्थान नैक (ए ग्रेड, 3.23) एक्रिडिटेड है। एनआईईटी इन चारों प्रशस्तियों को हासिल करने वाला उत्तर प्रदेश का अकेला संस्थान है।
एनआईईटी ने विश्व की अनेकों बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ गठबंधन किया है जिनमें मर्सिडीज़-बेंज़एडीएएम लैब, एप्पल यूनिवर्सिटी प्रोग्राम पार्टनर, सिस्को नेटवर्किंग एकेडमी, ऑटोमेशन एनीव्हेयर, यूआईपाथ एकेडमिक अलायंस, इंटेल एआई एकेडमी, पीटीसी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, अमेजॉन वेब सर्विसेज, पियरसन टेस्टिंग सेंटर, कैंब्रिज इंग्लिश लैंग्वेज एसेसमेंट सेंटर, ओरेकल वर्कफोर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम, डेल-ईएमसी एकेडमी, डेल्टा सेंटर ऑफ रोबोटिक्स, आईबीएम-वाटसन आईओटी लैब, पालो आल्टो एकेडमी, पेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, सेल्सफोर्स एकेडमी, बीएमडब्ल्यू स्किल नेक्स्ट प्रोग्राम, केपीआईटी स्पार्कल, एआरसी एडवांस्ड रोबोटिक कंट्रोल लैब (इंडो-यूरो सिंक,जर्मनी), विप्रो जीई, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे, सैप एकेडमी, इंटेल इंटेलिजेंस सिस्टम्स लैब, वीएम वेयर लैब आदि प्रमुख हैं। एनआईईटी के द्वारा इनमें से प्रत्येक गठबंधन के लिए सेंटर ऑफ कोम्पीटेन्स की स्थापना की गई है जिनका उद्देश्य शिक्षा को प्रोत्साहित करना तथा इंजीनियरिंग अध्ययन को वृहद तकनीकी एवं अंत:विषयक संदर्भ में प्रसारित करना है। ये 24+ इन्नोवेशन प्रयोगशालायें विद्यार्थियों के ज्ञान के तकनीकी विकास के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हैं जिससे कि उन्हें उद्योग जगत के नवीनतम मानदंडों के अनुसार तैयार किया जा सके।