आईसीयू में 28 बेड की व्यवस्था रहेगी सुनिश्चित 10 वेंटिलेटर आधुनिक कोविड अस्ताल में हैं उपलब्ध साथ ही दो वेंटिलेटर मोबाइल के रूप में अस्पताल में की गई है व्यवस्था।
जनपद वासियों को सरकार के इस प्रोजेक्ट से कोविड महामारी को दृष्टिगत रखते हुए मिलेगा भरपूर लाभ।
उत्तर प्रदेश में 450 करोड़ कोविड फंड से प्रदेश के सभी जनपद में कोविड अस्पतालों की की गई स्थापना।
कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश सरकार सभी प्रदेशवासियों को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए लगातार प्रयासरत।
नोएडा,8 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी प्रदेशवासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने तथा कोरोना पॉजिटिव मरीजों का यथा समय इलाज संभव कराने के उद्देश्य से सरकार के द्वारा लगातार प्रयास सुनिश्चित किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार के माननीय मुख्यमंत्री आज नोएडा कोविड अस्पताल के शुभारंभ अवसर पर सेक्टर 39 नोएडा में नवनिर्मित नोएडा कोविड अस्पताल के सभागार में कोविड-19 महामारी के संबंध में तथा विकास कार्यक्रमों एवं कानून व्यवस्था के संबंध में बैठक करते हुए अपने उद्गार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महामारी की इस घड़ी में बिल एवं मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन तथा टाटा ट्रस्ट के सहयोग से आज इस भव्य कोविड अस्पताल का ढाई सौ बेड से शुभारंभ किया गया है जिसमें 3 आईसीयू वार्ड बनाए गए हैं जहां पर 28 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसी प्रकार अस्पताल में 10 वेंटिलेटर की व्यवस्था है तथा दो वेंटिलेटर मोबाइल के रूप में अस्पताल में दोनों कंपनियों के सहयोग से व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। वहीं दूसरी ओर मोबाइल डेलीसेज मशीन की व्यवस्था भी अत्याधुनिक अस्पताल में की गई है। अस्पताल के अंतर्गत अन्य आधुनिक मशीनों की स्थापना सुनिश्चित करते हुए भव्य लैब तैयार किया इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों कंपनियों के प्रतिनिधियों के सहयोग की भूरी भूरी प्रशंसा की गई है।
मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम नोएडा कोविड अस्पताल का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। उसके उपरांत मुख्यमंत्री के द्वारा अस्पताल में आईसीयू वार्ड, इमरजेंसी वार्ड सामान्य वार्ड तथा अन्य व्यवस्था का स्थल निरीक्षण किया गया। उसके उपरांत अस्पताल के सभागार में माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा मेरठ मंडल के सभी जनपदों के नोडल अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों के साथ कोविड-19 महामारी, कानून व्यवस्था तथा विकास के संबंध में बैठक करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए हैं। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी प्रदेशवासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाने तथा कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों का यथा समय इलाज संभव कराने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार के द्वारा 450 करोड़ रुपए की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए कोविड-फण्ड के माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड अस्पतालों की स्थापना सुनिश्चित की गई है। जहां पर वर्तमान में 151000 बेड की व्यवस्था सरकार के पास उपलब्ध है ताकि यथा समय कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों का कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव कराते हुए उन्हें स्वस्थ बनाया जा सके।
यूपी में 32 कोरोना लैब की हुई स्थापना
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में कोरोना को लेकर 2 माह पूर्व पूरे प्रदेश में एक लैब स्थापित थी सरकार के द्वारा वर्तमान में पूरे प्रदेश में 32 कोरोना टेस्टिंग लैब की स्थापना सुनिश्चित की गई है जिसके माध्यम से वर्तमान तक 29 लाख 96 हजार व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट करते हुए पूरे भारतवर्ष में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। प्रदेश सरकार कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रदेशवासियों को सुरक्षित करने के लिए लगातार प्रयास सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कोविड-19 को लेकर मंडल के सभी जनपदों की गहन समीक्षा करते हुए पाया कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जनपद गौतमबुद्धनगर एवं गाजियाबाद करोना को लेकर अत्यंत संवेदनशील जनपद रहे हैं परंतु यहां पर प्रशासन पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा जन सामान्य को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए वर्तमान तक जो प्रयास किए गए हैं वह वास्तव में सराहनीय हैं।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गगर्, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक नोएडा पंकज सिंह, विधायक जेवर धीरेंद्र प्रताप सिंह, विधायक दादरी तेजपाल नागर, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग अमित मोहन प्रसाद, अध्यक्ष नोएडा विकास प्राधिकरण अध्यक्ष आलोक टंडन, मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण, रितु माहेश्वरी, तथा सभी जनपदों के कोविड-19 के नोडल अधिकारी गण एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक के उपरांत के सेक्टर 59 नोएडा में जिला प्रशासन के द्वारा कोविड-19 को लेकर बनाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का स्थल निरीक्षण किया गया।