रबूपुरा। जेवर में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण में 6 गांव को शामिल किए जाने के बाद गांव विस्थापन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं । ग्रामीण लगातार पंचायत कर विरोध जता रहे हैं तथा पूर्व में कई बार गांव पहुंची सर्वे टीम को बैरंग लौटा दिया गया है इसी क्रम में गुरुवार को गांव नगला हुकुमसिंह में किसान पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें अन्य गांव के लोग भी शामिल हुए और सर्व सहमति से निर्णय लिया गया कि किसी भी कीमत पर गांव का विस्थापन नहीं होने दिया जाएगा। राकियू के जिला अध्यक्ष चौधरी इकपाल सिंह सिवाच ने बताया कि प्राधिकरण ग्राम वासियों को प्रताड़ित करने के उद्देश्य धारा 10 के नोटिस भेज रहा है तथा ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना रहा है। साथ ही ग्रामीणों ने गौतम बुध नगर विश्वविद्यालय के अधिकारियों की टीम द्वारा भेजी गई सर्वे रिपोर्ट को गलत करार दिया है। उपरोक्त समस्याओं के चलते शुक्रवार को किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से मुलाकात की तथा गांव का विस्थापन रद्द करने, धारा 10 के नोटिस व विश्वविद्यालय की टीम द्वारा फर्जी सर्वे को निरस्त करने, चार गुना मुआवजा दिए जाने, भौतिक सर्वेक्षण कर आबादियों को छोड़े जाने, प्रस्तावित सेक्टर 28, 29, 32, व 33 में प्रभावित किसानों को औद्योगिक प्लाट देने आदि मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपते हुए अति शीघ्र कार्रवाई किए जाने की मांग की। इस दौरान चौ0 इकपाल सिंह, चौ0 उदयवीर सिंह, नीरपाल सिंह, हरवीर सिंह, जय प्रकाश राणा, चंद्रपाल सिंह, धर्मेंद्र सिवाच, जगबीर सिंह, महावीर सिंह आदि मौजूद रहे।
एयरपोर्ट से प्रभावित किसान विस्थापन को लेकर सीईओ से मिले
