रबूपुरा। बरसाती मौसम में किसानों के खेतों पर जाने वाले रास्ते पर धड़ल्ले से गुजरने वाले बालू खनन वाहनों ने रास्ते को इस कदर खराब कर दिया है कि लोगों का अपने खेतों पर जाना तक मुश्किल हो रहा है। कई बार मौखिक शिकायत के बावजूद भी कार्रवाई नहीं होने से लोगों में रोष पनप रहा है तथा अब वह सम्बंध उपरोक्त में उच्चाधिकारियों से लिखित शिकायत करने का दावा कर रहे हैं। बताया जाता है कि खनन माफिया चार-चार ट्रैक्टर की मदद से बालू लगी ट्रालियों को वहां से खींच कर लाते हैं। तो वहीं किसानों के वाहन अपने खेतों तक भी पहुंच पा रहे। सूत्रों का दावा है कि बड़े पैमाने पर हो रहे खनन कारोबारियों के लिए ना तो कोई नियम मायने रखते हैं नाही आमजन की परेशानी।
पूर्व में कई बार बालू व मिट्टी खनन माफियाओं के खिलाफ उच्चाधिकारियों से भी शिकायतें की गईं लेकिन खनन की देख रेख में लगे कोतवाली के ठेकेदारों की माफियाओं पर मेहरबानी लोगों की शिकायतों पर भारी पड़ी। कुछ दिन पूर्व खनन को लेकर कोतवाली में तैनात एक दरोगा व ठेकेदार सिपाही के बीच जमकर बबाल मचा था तथा उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप पर मामला रफा दफा किया गया। वहीं दबी जुबान बताया जाता कि कोतवाली में तैनात ठेकेदारों की मजबूत राजनेतिक पकड़ के कारण लगातार उनकी कार्यशैली पर उठ रहे सवालों के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती तथा उनकी रहनुमाई से पुरानी यमुना नदी की तलहटी में बसे कई गांव में बालू खनन व यमुना अधिसूचित भूमि से मिट्टी खनन का धंधा बेरोकटोक जारी है।