ग्रेटर नोएडा,18 जनवरी। आईटीएस डेंटल कॉलेज एण्ड रिसर्च सेंटर, ग्रेटर नोएडा में बीडीएस प्रथमवर्ष के छात्रों का स्वागत किया गया। आईटीएस- द एजूकेशन ग्रुप के सचिव बी.के. अरोडा ने छात्रों और उनके अभिभावकों का स्वागत किया और उन्हें आईटीएस परिवार का हिस्सा बनने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा चिकित्सक का अपने मरीजों के प्रति व्यवहार शालीन होना चाहिए तथा छात्रों को चाहिए आज के इस तनाव भरे परिवेश मे हर लम्हें का वे आनन्द ले तथा इस पाठयक्रम को अपने जीवन का यादगार समय बनायें। नव प्रवेषित छात्रों को सम्बोधित करते हुए आईटीएस द एजूकेशन ग्रुप के वाइस चेयरमैन सोहिल चड्ढा ने कहा कि चिकित्सीय क्षेत्र में सफलता के लिए अनुशासन, कड़ी मेहनत और सेवा भावना की जरूरत है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. एस.के. काक, कार्यकारी सदस्य सीसीई एवं पूर्व कुलपति चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ ने नव प्रवेशित छात्रों के सुनहरे भविष्य की शुभकामनाएं करते हुए कहा कि एक सफल चिकित्सक बनने के लिए अनुशासन और सेवा भावना का जज्बा होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि छात्र भी गल्ती कर सकते है, परन्तु उन्हे अपनी गल्तिया छुपानी नहीं चाहिए अपितु उनसे सीख लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सभी छात्रों का उद्देश्य अपने पाठ्यक्रम मे अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने का होना चाहिए ताकि वह समाज के विकास मे योगदान कर सके। उन्होंने कहा कि चिकित्सक की जरूरत समाज के हर प्रकार के लोगों को हर समय पड़ती है। नव प्रवेशित छात्रों को उनकी जिम्मेदारियों का अहसास दिलाते हुए कहा कि देश के विकास की भागीदारी में चिकित्सकों का महत्वपूर्ण योगदान है। इस अवसर पर आईटीएस डेंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. सचित आनन्द अरोड़ा ने सभी नव प्रवेशित छात्रों के सुनहरे भविष्य की कामना की। उन्होंने 5 साल के पाठयक्रम के बारे में जानकारी दी तथा स्नातक प्रशिक्षण कार्यक्रम की सुविधाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्रों का अपने विषय के प्रति दृष्टिकोण अनुसन्धान एवं साक्ष्यों पर आधारित होना चाहिए। उन्होने बताया कि छात्रों को बदलते प्रौद्योगिकी के साथ बराबर ज्ञान रखने की आवष्यकता है। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के नियमों और विनियमों का उल्लेख किया गया और अनुशासित जीवन के माध्यम से एक चमकदार कैरियर को कैसे प्राप्त करने के बारे में जानकारी दी गई। उसके बाद विभागाध्यक्ष, एकेडमिक कोर्डिनेटर और एकेडमिक स्टाफ का परिचय कराया गया।