केसीसी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल एण्ड हायर एजुकेशन में इमर्जिंग मार्केट डायनैमिक्स एंड ग्लोबल ट्रेड: अनलॉकिंग ऑपोर्ट्यूनिटीज़ इन ए चेंजिंग वर्ल्ड पर इंटरनैशनल कांफ्रेंस

International Conference on Emerging Market Dynamics and Global Trade: Unlocking Opportunities in a Changing World at KCC Institute of Legal and Higher Education

ग्रेटर नोएडा,09 दिसम्बर। केसीसी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल एण्ड हायर एजुकेशन के स्कूल ऑफ कॉमर्स डिपार्टमेंट ने दो दिन शुक्रवार और शनिवार को इमर्जिंग मार्केट डायनैमिक्स एंड ग्लोबल ट्रेड: अनलॉकिंग ऑपोर्ट्यूनिटीज़ इन ए चेंजिंग वर्ल्ड पर इंटरनैशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रथम दिन प्रॉफ़ गुल एर्कॉल बेयराम, स्कूल ऑफ़ टूरिज़म एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट, सिनोप यूनिवर्सिटी, टर्की और डॉक फिरदौस अहमद मलिक, यूनिवर्सिटी ऑफ़ पीपल इन पसादेना, कैलिफ़ोर्निया, यूनाइटेड स्टेट्स ने इंटरनैशनल कॉन्फ़्रेंस के ऑनलाइन सैशन में व्यापार के अंतरराष्ट्रीय आदान प्रदान के बारे में अपने विचार प्रकट किए तथा द्वितीय दिन की अध्यक्षता मुख्य अतिथि ललित बोहरा, जॉइंट सेक्रेट्री, मिनिस्ट्री ऑफ़ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी, गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया के साथ साथ दो प्रमुख वक्ताओं कमलेश मिश्रा, प्रेसिडेंट और सी.ओ.ओ, डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड और रोहित पठनाईक, एनर्जी इकोनॉमिस्ट, एक्स-मेंबर, एन.एस.ई.एस, प्राईम मिनिस्टर ऑफ़िस ने अपनी उपस्थिति से इस इंटरनैशनल कॉन्फ़्रेंस की शोभा बढ़ाई। सभी अतिथियों ने अपना दृष्टिकोण प्रकट करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार कई तरीकों से लाभकारी होता है। यह देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने, नए बाजारों का आवर्तन करने और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक वर्गों को विकसित करने में मदद करता है। इससे वस्त्र, खाद्य, तकनीकी नौसेना, और सेवाएं जैसे उत्पादों की विनिमय में वृद्धि होती है, जो सभी देशों को साझा लाभ प्रदान करती हैं।

अतिथियों ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में निवेश और विकास के क्षेत्र में कई लाभ हैं। निवेश द्वारा एक देश विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी लगा सकता है, जो स्थानीय उत्पादकों और उपभोक्ताओं को नए अवसर प्रदान करता है। यह नए उद्योगों की सृष्टि, रोजगार के अवसर, और आधुनिक तकनीकी यातायात की बढ़ती मांग के माध्यम से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करता है। इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय व्यापार से विभिन्न देशों के बीच विकासशील और स्थिर आर्थिक संबंधों का निर्माण होता है। यह विभिन्न आर्थिक प्रणालियों और सामाजिक विनिमय के माध्यम से समृद्धि लाता है, जिससे समृद्धि का सामूहिक लाभ होता है। इंटरनैशनल कॉन्फ़्रेंस में सभी प्रतिभागियों ने अपनी राय प्रकट करते हुए विभिन्न विषयों में प्रेजेंटेशन देते हुए इस इंटरनैशनल कॉन्फ़्रेंस को सफल बनाया।

डायरेक्टर, प्रो. (डॉ.) भावना अग्रवाल ने कहा कि संस्थान ऐसे इंटरनैशनल कॉन्फ़्रेंस का आयोजन करने में समर्थ है और अध्यापकों वह छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाता है।

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