-जिम्स में आसपास के जिले के चिकित्सकों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
-आरआरटीसी प्रशिक्षण के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से जिम्स का हुआ है चुनाव
ग्रेटर नोएडा। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान(जिम्स) में आस-पास जिले से आये स्त्री रोग और बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की आधुनिक ईलाज से सम्बन्धित ट्रेनिंग हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रसव के दौरान और बाद में माता और नवजात बच्चे को होने वाली किसी भी परेशानी का उचित इलाज मिल जाय और अगर समस्या बड़ी है तो उसका प्रारम्भिक समय से मिल जाय, जिससे उचित स्थिति में उच्च स्तर के संस्थान में पहुंचा जा सके। नवजाद और माता में होने वाले काम्पलिकेशन और मृत्युदर को कम किया जा सके। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और फैकल्टी, पर्यवेक्षक फैकल्टी और आए हुए प्रतिभागी चिकित्सकों का धन्यवाद करने के साथ उन्हें जिम्स के बारे में बताया कि आरआरटीसी के लिए जिम्स को चुना जाना ये हमारे लिए उपलब्धि की बात है। कोविड काल से ही मरीजों के ईलाज और शोधकार्य में बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहा है, जिसका प्रतिफल है कि राज्य सरकार से बहुत से अवार्ड मिले और जिम्स की आरआरटीसी के लिए चुना गया है।
इस अवसर पर संस्थान की स्त्री रोग विभाग की अध्यक्षा डॉ. रितु शर्मा ने कहा कि सरकार के मिशन माता और नवजात मृत्युदर को कम करना है जो कि किसी भी देश की सुख-समृद्धि का द्योतक होता ह । इस अवसर पर बाल रोग विभाग की अध्यक्षा डॉ. रुचिका भटनागर ने आरआरटीसी के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि इस प्रकार की ट्रेनिंग का महत्व उत्तर प्रदेश जैसे जनसंख्या वाले राज्य में और बढ़ जाता है। इस अवसर पर आरआरटीसी की अध्यक्षा डॉ. सीमा टण्डन ने अपने विचार जूम मीटिंग के माध्यम से रखे और संस्थान में उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर डॉ. नेहा मिश्रा, डॉ. पिंकी, डॉ. रुचि वर्मा और बाल रोग विभाग से डॉ. रुचिका भटनागर, डॉ. संजू ,डॉ. बिजेन्द्र उपस्थित रहे।आरआरटीसी की पर्यवेक्षक डॉ. चित्रा व डॉ. अंजली उपस्थित रही।