-जितिन प्रसाद, प्राविधिक शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश सम्मानित करते हुए, साथ कुलपति प्रो. विनीत कंसल
ग्रेटर नोएडा,12 अक्टूबर। एनआईईटी ग्रेटर नोएडा को एनआईआरएफ-2021 की रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में नंबर-1 प्राइवेट इंस्टीट्यूट के रूप में शानदार प्रदर्शन के लिए प्राविधिक शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश, जितिन प्रसाद के द्वारा, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) लखनऊ में आयोजित “प्राविधिक शिक्षा का उन्नयन” कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनीत कंसल, आलोक कुमार-(सचिव-प्राविधिक शिक्षा-उत्तर प्रदेश), नन्दलाल सिंह (कुलसचिव-एकेटीयू), ज्ञानपाल सिंह (वित्त अधिकारी-एकेटीयू) सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। विदित हो कि एनआईईटी ग्रेटर नोएडा ने शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी की गयी। एनआईआरएफ-2021 रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में एकेटीयू से सम्बद्ध संस्थानों में नंबर-1 स्थान प्राप्त किया है। एनआईईटी के इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट को देश में 171वीं रैंक तथा एनआईईटी के फार्मेसी इंस्टीट्यूट को 43वीं रैंक हासिल हुई है। एनआईईटी की ओर से इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट का प्रशस्ति पत्र संस्थान के निदेशक डॉ. विनोद एम. कापसे ने ग्रहण किया तथा फार्मेसी इंस्टीट्यूट के लिए एनआईईटी के कुलसचिव डॉ. के. पी. सिंह ने प्रशस्ति पत्र ग्रहण किया।
इस अवसर पर रमन बत्रा, एग्ज़ीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा न कहा कि एनआईईटी हमेशा अपने विद्यार्थियों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने लिए प्रतिबद्ध रहा है। इंस्टीट्यूट को मिलने वाली प्रशस्तियां और रैंकिंग एनआईईटी के प्रबंधन, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के सम्मिलित प्रयास का परिणाम हैं। उन्होंने आग कहा कि एनआईईटी इंजीनियरिंग और फार्मेसी इंस्टीट्यूट का लगातार एनआईआरएफ रैंकिंग में बने रहना इस बात की गवाही है कि एनआईईटी ने उन सभी मानकों को अपनाया है और उन पर खरा उतरा है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए जरूरी हैं। उन्होंने आगे बताया कि एनआईईटी के फार्मेसी इंस्टिट्यूट ने लगातार चौथी बार एनआईआरएफ रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है और इस बार 43वीं रैंक हासिल की है तथा एनआईईटी इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट लगातार तीसरी एनआईआरएफ रैंकिंग में शामिल रहा है। नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा एनआईआरएफ-2021 रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में एकेटीयू का इंजीनियरिंग और फार्मेसी का नंबर एक इंस्टीट्यूट बन गया है।