ग्रेटर नोएडा। शारदा विश्वविद्यालय में मंगलवार की देर शाम नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्ट का आयोजन किया गया,जिसमें पूर्वोत्तर के छात्रों ने अपनी कलाकारी से दर्शकों को मुग्ध कर दिया। इस मौके पर विवि के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता ने कहा कि कलाकारों ने दिखाया कि यदि भारत आसमान है तो पूर्वोत्तर इसका इंद्रधनुष है। नॉर्थ ईस्ट के बिना भारत का रंग अधूरा है। विवि कैंपस में स्थित आनंद स्वरूप ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम नॉर्थ ईस्ट कल्चरल फेस्ट में असम, अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, सिक्किम और नगालैंड के छात्रों ने शानदार अभिनय और कलाकारी से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगाण से हुई। इसके बाद अरूणाचल प्रदेश के छात्रों ने पारंपरिक डांस कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
असम के छात्र और छात्राओं ने बीहू की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। असम के कलाकारों ने जब परंपरागत पोशाक पहनकर पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन पर खूबसूरत बीहू नृत्य पेश किया तो ऑडिटोरियम में मौजूद सभी दर्शकों के पैर थिरक उठे। स्टेज पर असमी कलाकारों ने समां बांधा। इसके अलावा मिजोरम, त्रिपुरा, नगालैंड और सिक्किम के बच्चों ने भी लोकनृत्यों के जरिए परंपरा के रंग झलकाए। कलाकारों ने बताया कि असाम में ज्यादातर लोग खेती करते हैं। बीहू नृत्य खेती से जुड़े हुए होते हैं। इसलिए बीहू लोकनृत्य असम का प्रसिद्ध नृत्य है। महिला और पुरुष कई खुशी के मौके पर मिलकर इस लोकनृत्य को करते हैं। कृषि ऋतु की शुरुआत और फसलों की कटाई के दौरान इसे खासतौर से किया जाता है।
नगालैंड के बच्चों ने चांग लो और सूआ लूआ जैसे पारंपरिक डांस कर समां बांध दिया। अरूणाचल के छत्रों ने पांरपरिक कोरस डांसकर दर्शकों का दिल जीत लिया। चेरो नत्य से मिजोरम के कलाकारों ने दर्शकों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। कश्मीर की छात्राओं ने भी पारंपरिक और बॉलीवुड के गानों पर डांसकर कार्यक्रम में तडका लगा दिया। विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रो सिबाराम खारा ने कहा कि पढ़ाई करने के साथ साथ यदि आपमें डांस, गायन और अन्य तरह की प्रतिभा है तो आप न केवल एक मुकाम को हासिल करते हैं, बल्कि अपने जीवन में तनाव और अन्य परेशानियों से भी दूर रहते हैं। शारदा विवि के चांसलर पी. के. गुप्ता ने इस शानदार कार्यक्रम के आयोजन के लिए सहायक कुलसचिव एहेतशाम को बधाई और कहा कि इनके प्रयासों से ही पूर्वोत्तर के बच्चे यहां घर जैसा माहौल फील करते हैं।