जीबीयू में पेटेंट, पैनडेमिक एण्ड पब्लिक इंटरेस्ट विषय पर ऑनलाइन हुई चर्चा

गौतमबुद्ध विवि में पेटेंट, पेंडेमिक और ह्यूमेनिटी विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय सेमीनार

ग्रेटर नोएडा। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा ‘पेटेंट, पैनडेमिक एंड पब्लिक इंटरेस्ट’ विषय पर एक ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन किया गया। स्कूल के अधिष्ठाता डॉ. के.के.द्विवेदी ने सभी विद्वतजनों का स्वागत किया और कहा कि ‘’पेटेंट धारक के हित और जनहित व्यक्तिगत अधिकारों से प्रबल होने चाहिए तथा समाज के हित को प्राथमिकता दी जानी चाहिए ताकि हम मानवता की सेवा कर सकें।’’ इसके उपरांत प्रथम वक्ता डॉ. अश्विनी सिवाल, सहायक प्रोफेसर, लॉ सेंटर-2, फैकल्टी ऑफ़ लॉ, दिल्ली विश्वविद्यालय ने पेटेंट और पब्लिक इंटरेस्ट विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की और महामारी के दौरान पेटेंट या जनहित से संबंधित चुनौतियों, पेटेंट कानून की मूल बातें तथा पेटेंट और जनहित के बीच संतुलन विषयों पर विस्तार से अपनी बात रखी।
कार्यक्रम के द्वितीय वक्ता के रूप में डॉ. क्षितिज कुमार सिंह, सहायक प्रोफेसर, कैंपस लॉ सेंटर, फैकल्टी ऑफ़ लॉ, दिल्ली विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर या राष्ट्रीय स्तर पर संतुलन कैसे देखा जाएगा, इस कोविड की स्थिति में हम क्या आशा और जोखिम देख सकते हैं, पेटेंटी के कर्त्तव्य, सेक्शन 66, महामारी पेटेंट को कैसे प्रभावित करती है, टीके कैसे वितरित किए जा सकते हैं आदि विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए अगले तृतीय वक्ता के रूप में नरेन्द्र रस्तोगी उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि ‘’उद्देश्य आविष्कारक के अधिकारों की सुरक्षा नहीं है, वह समाज की उन्नति है।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.भगवती प्रकाश शर्मा ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमें मौजूदा कानून के ढांचे से परे सोचना होगा तथा हमें यह भी सोचना होगा की हम इस ग्रह पर जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए टीकों और दवाओं को कैसे उपलब्ध करा सकते हैं। अंत में कार्यक्रम की समन्वयक असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पूनम वर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया जिसमें उन्होने प्रख्यात वक्ताओं और इस कार्यक्रम को संपन्न कराने के लिए जुड़े सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया I

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