​प्राथमिक विद्यालय हकीम पट्टी: भक्ति और उल्लास के साथ मना नवरात्रि उत्सव

Primary School Hakim Patti: Navratri festival celebrated with devotion and joy

​प्रयागराज। जनपद के मॉडल प्राथमिक विद्यालय हकीम पट्टी, विकासखंड सैदाबाद जनपद प्रयागराज प्रयागराज में 25 सितम्बर को नवरात्रि उत्सव का आयोजन बड़े ही धूमधाम और भक्तिभाव के साथ किया गया। इस आयोजन में विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे विद्यालय परिसर में भक्तिमय और उल्लासपूर्ण वातावरण छा गया।
​सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
​कार्यक्रम का शुभारंभ माँ दुर्गा की वंदना और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश मिश्र जी ने सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएँ दीं और त्यौहार के महत्व पर प्रकाश डाला। ​इस अवसर पर, बच्चों ने गरबा और डांडिया नृत्य की रंगारंग प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्हें देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए। छोटी कक्षाओं के छात्रों ने पारंपरिक वेशभूषा में देवी के विभिन्न रूपों का चित्रण किया, जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। छात्रों ने भजन और प्रेरक गीत भी गाए, जिन्होंने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
​बच्चों को संस्कार और संस्कृति की शिक्षा
​विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि ऐसे आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को भारतीय संस्कृति, परंपराओं और त्यौहारों के महत्व से अवगत कराना है। प्रधानाध्यापक ने अपने संबोधन में कहा, “नवरात्रि का त्यौहार अधर्म पर धर्म और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे अपनी जड़ों से जुड़े रहें और इन महान मूल्यों को अपने जीवन में उतारें।” ​शिक्षकगण श्री ज्ञान प्रकाश पाल , महेंद्र कुमार, श्रीमती रुचि भटनागर, श्रीमती रिंकी यादव एवं श्रीमती सुमित्रा देवी ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने बच्चों को त्यौहार के पौराणिक महत्व की रोचक कहानियाँ सुनाईं और उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
​ इस नवरात्रि उत्सव में ग्राम प्रधान श्रीमती काजल पटेल , प्रदीप पटेल, जितेंद्र बहादुर और सुशील पटेल आदि अभिभावकों की गरिमामयी उपस्थित रही।अभिभावकों ने विद्यालय के इस प्रयास की खूब सराहना की। एक अभिभावक ने कहा, “यह देखकर बहुत खुशी हुई कि विद्यालय पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को सांस्कृतिक गतिविधियों में भी शामिल करता है।”
​सभी उपस्थित लोगों को प्रसाद वितरण के साथ ही इस शानदार आयोजन का समापन हुआ। विद्यालय का यह सफल आयोजन यह दर्शाता है कि प्राथमिक स्तर पर भी शिक्षा को संस्कृति और संस्कारों के साथ जोड़कर बच्चों को सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर किया जा सकता है।

Spread the love
RELATED ARTICLES