ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा, के परिसर में ‘‘आईसीएसीसी सी0न0-2023),‘‘ पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम.एन. दोजा, निदेशक, आईईईटी, सोनीपत द्वारा किया गया। संबोधन के दौरान प्रो. दोजा ने चैट जीपीटी एवं माडर्न टूल पे विचार रखे। सत्र की अध्यक्षता ग्रुप कैप्टन (रिटायर्ड) डॉ. पी.के. चोपड़ा,वीएसएम, महानिदेशक, जीईआई ने की।उन्होंने कांफ्रेंस के थीम बारे मे बताया। डॉ. एस. के सिंह, कुलपति, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा ने आनलाइन शिक्षा के महत्व के बारे में बताया। व्याख्यान में डॉ. प्रभाकर तिवारी, प्रोफेसर, मममयूटी, गोरखपुर (आईईई यूपी सेक्शन) ने लो पावर एवं लो मेमोरी के बारे मे विस्तार से बताया।विशिष्ट अतिथि डा. अजय बेनीवाल ने बायोडिग्रेडेबल सेंसर एवम स्किन डीजिज के बारे मे बताया। कांफ्रेंस के दूसरे दिन मुख्य अतिथि डॉ. एस. न. सिंह, निदेशक, एबीबी आईटीएम, ग्वालियर ने एथिकल एआई एवं स्मार्ट तकनीक के बारे मे संक्षिप्त परिचय दिया, साथ ही उन्होने कांफ्रेंस के विषय को आज के परिदृश्य से जोडकर बताया।
विशिष्ट अतिथि डा. अखिलेश तिवारी, सचिव आईईई यूपी सेक्शन ने कहा कि विभिन्न तकनीकी क्षेत्रो को एक साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया। डॉ. आशीष कुमार सिंह, एम एन एन आईटी इलाहाबाद, मेम्बर सचिव, आईईई यूपी सेक्शन, ने एआई के उपयोगिता के बारे में बताया। एना क्लार्क, प्रोफेसर, आस्ट्रेलिया ने लैंग्वेज माडल के डेवलपमेंट के बारे मे विस्तार से चर्चा किया। कांफ्रेंस के दौरान देश विदेश के तीन सौ से ज्यादा प्रोफेसरो, एवम छात्रों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। वाद प्रस्ताव के साथ, डॉ. विष्णु शर्मा, विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर एवम एलाईड साइंस, जीसीईटी ने बताया कि इस सम्मेलन में भारत व विदेशों के उद्योगों और प्रतिष्ठित संस्थानों के एक दर्जन से अधिक विशेषज्ञों ने कांफ्रेंस के थीम से संबंधित विषयो पर विचार-विमर्श किया। सम्मेलन में 2100 से अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए जिसमे से तीन सौ से अधिक शोध पत्रो चयन किया गया। सम्मेलन का सारांश डॉ. जया सिन्हा द्वारा प्रस्तुत किया गया। कांफ्रेंस मे विभाग एवम कालेज के सभी शिक्षकों ने भाग लिया।