-सम्मेलन का उद्देश्य नवीनतम शोध पर विशेषज्ञों द्वारा साझा करना
ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया विश्वविद्यालय के तत्वाधान में डिजिटल इण्डिया और इंडस्ट्री एप्लीकेशन सोसाइटी (यूएसए) के सहयोग से कंप्यूटिंग, बिजली और संचार प्रौद्योगिकी पर दो दिवसीय तकनीकि सेमीनार का आयोजन किया जा रहा हैं। इस सेमीनार के द्वारा शोधकर्ताओं को इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विभिन्न मुद्दों और उनके भविष्य की दिशा पर चर्चा करने का एक उच्च स्तर का मंच प्रदान करना है। सम्मेलन का उद्देश्य प्रासांगिक क्षेत्रों, विषयों पर विशेषज्ञों को भविष्य के अनुसंधान पर अपने ज्ञान और अनुभवों को साझा करना हैं। जिसके द्वारा इंजीनियरिंग के छात्रों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को आधुनिक तकनीकि को और बेहतर करने का अवसर मिलेगा। सेमीनार में प्रतिनिधियों के रूप में एफआईईई, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए के प्रो. जॉयदीप मित्रा, कैनबरा विश्वविद्यालय आस्ट्रेलिया के अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा, यूनिवर्सिटी ऑफ अरड रोमानिया की प्रो. वैनेटिना ई बालास, प्रो. मार्सिन पपार्स्की (पोलिश एकेडमी ऑफ साइंसेज पोलैंड) आदि ने भाग लिया। पहले दिन के सत्र में प्रो. मार्सिन पपार्स्की ने रोबोट प्रोसेस ऑटोमेशन का परिचय देते हुए कहा कि वर्तमान में रोबोटाइज के लिए विभिन्न प्रकार के निष्क्रिय संचालन का चलन तेज हो रहा है। हम रोबोट कंट्रोलर वेयरस और अन्य उत्पादन क्षेत्रों को देख सकते हैं। जहाँ पर रोबोट का संचालन तेजी से बढ रहा हैं। प्रो. वैलेंटिना ने नैनो प्रौद्योगिकी के लिये जैव-प्रेरित वास्तुकला में रूझान और चुनौतियां पर व्याख्यान देते हुए कहा कि हमारी टीम भविष्य के उपकरणों के लिए कम बिजली की खपत और उच्च विश्वसनीयता कंप्यूटिंग को प्राप्त करने के लिये बैन-इंस्पायर्ड नैनो आर्किटेक्चर के दायरे में एकीकृत सर्किट पर कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर और दिमाग सभी पैमानों पर काफी भिन्न है। क्योंकि दिमाग खारे पानी और विभिन्न कार्बनिक यौगिकों से भरे न्यूट्रोंस से जबकि कंप्यूटर धातु से संचालित होता हैं। प्रो. धर्मेन्द्र शर्मा ने (ए फ्यूचर्स-होप या हाइप) पर और प्रो. जॉयदीप मित्रा ने (नवीकरणीय उत्पादन के साथ ऊजा) पर व्याख्यान दिया। सेमीनार के शुभारम्भ में दीप प्रज्जवलित किया गया। जिसके बाद विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया ने सभी अथितियों को मोमेंटो देकर स्वागत किया। प्रो. प्रदीप ने कार्यक्रम की रूप रेखा को बताया और प्रो. पोलमी घोष ने सेमीनार का संचालन किया। इस दौरान प्रो. रविन्द्र नाथ, ए.के. जैन, प्रो.पी.के. शर्मा छात्र सर्वांगिक विकास अधिकारी अमन तिवारी मौजूद रहे।