जिम्स प्रशासन ने रखी एक वर्ष की रिपोर्ट,प्रीमियम मरीजों के लिए 20 बेड की सस्ते दर में सुविधा शुरु

Government Institute of Medical Sciences (GIMS), Greater Noida, Gautam Buddha Nagar (UP

-पिछले वर्ष की तुलना में 30 प्रतिशत मरीजों की संख्या बढ़ी

-सस्ती व ब्रांडेड दवा के लिए शुरु होगा अमृत फार्मेसी, ब्लड कम्बोनेन्ट की मिल चुकी है अनुमति

ग्रेटर नोएडा,23 दिसम्बर। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान(जिम्स) की प्रगति को लेकर संस्थान के निदेशक डॉ. (ब्रिगे.) राकेश गुप्ता प्रेस वार्ता की, उन्होंने वर्षभर में हॉसिल किए गए उपलब्धियों व भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया। निदेशक डॉ. (ब्रिगे.) राकेश गुप्ता ने बताया कि संस्थान ग्रेटर नोएडा व आस-पास के क्षेत्र की गरीब जनता को 24 घण्टे उत्तम व गुणवत्तापरक इलाज मुहैया करने के लिए दृण संकल्प है। उन्होंने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष मरीजों की संख्या में लगभग 30 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है। संस्थान में मरीजों को सामान्य ईलाज के साथ-साथ घुटने व कूल्हे का प्रत्यापर्ण, लैप्रोस्कोपिक व हिस्ट्रेक्टोनॉमी आदि आपॅरेशन की सुविधा उपलब्ध हैं। संस्थान से सम्बद्ध अस्पताल व लैब की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए एनएबीएच सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया जा रहा है। संस्थान में इस वर्ष से 20 रूम का प्राइवेट वार्ड भी शुरू किया गया है जिसमे मात्र 1000 रुपये प्रतिदिन के किराये पर सुविधा सम्पन्न लोग अपना ईलाज करा सकते हैं। संस्थान ब्लड बैंक की सुविधा तो पहले से ही मरीजों को उपलब्ध करा रहा है, इस वर्ष के अंत तक मरीजों को ब्लड कम्पोनेन्ट की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है।

Government Institute of Medical Sciences (GIMS), Greater Noida, Gautam Buddha Nagar (UP

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नए वर्ष में पीपीपी मॉडल पर सीटी स्कैन व एमआरआई होगा शुरु

नये वर्ष में क्षेत्र की जनता को सस्ती व सुलभ एमआरआई व सीटी स्कैन की सुविधा भी उपलब्ध करा जा रही है इस सम्बंध में संस्थान द्वारा पीपीपी मॉडल के आधार पर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु टेण्डर भी निकाला जा चुका है इस सुविधा के बाद ताज एक्सप्रैस वे व ईस्टर्न एक्सप्रैस वे पर दुर्घटना में घायल गम्भीर मरीजों का समुचित उपचार किया जा सकेगा। संस्थान में जिले का पहला सर्टिफाइड बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग सेन्टर भी स्थापित किया गया है।

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नए सत्र में गायनी में डीएनबी पाठ्क्रम की होगी शुरुआत

निदेशक ने बताया कि संस्थान ने मेडिसिन, सर्जरी, गायनी, पीडिया व एनेस्थीसिया में एमडी-एमएस के समकक्ष डीएनबी पाठयक्रम प्रारम्भ करने हेतु आवेदन किया था, जिसमें गायनी व पीडिया का निरीक्षण हो चुका है एवं गायनी की अनुमति मिल चुकी है। नये सत्र में गायनी के छात्र को प्रवेश मिल जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि एमबीबीएस पाठयक्रम की इन्टर्नल परीक्षाऐं हो चुकी हैं एवं सभी छात्र मन लगाकर अध्ययन करे रहे हैं। संस्थान में लगभग 15 छात्रों पर एक कैडेवर उपलब्ध है जबकि अन्य संस्थानों मे 100 छात्रों पर ही 1 या 2 कैडेवर उपलब्ध होते हैं। निदेशक डॉ. (ब्रिगे.) राकेश गुप्ता ने जानकारी दी कि एमसीआई द्वारा एमबीबीएस पाठयक्रम के नवीनीकरण हेतु टीम द्वार निरीक्षण हो चुका है जल्द भी द्वितीय वर्ष की अनुमति भी मिल जायेगी। संस्थान से सम्बद्ध अस्पताल को भी 300 से 500 बेड करने की योजना बनायी जा रही है। संस्थान में जल्द ही डायलेसिस सेन्टर भी शुरू किया जायेगा।

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पांच सौ से अधिक लोगों का बन चुका है गोल्डेन कार्ड

संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी व आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक संस्थान में 500 से ज्यादा लोगों के गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं तथा लगभग 150 से अधिक मरीज इस योजना का लाभ ले चुके हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि संस्थान मितव्ययिता की दृष्टि से ईईएसएल एग्रीमेन्ट कर रही है जिससे बिजली पर होने वाले व्यय को लगभग 15 से 20 प्रतिशत कम किया जा सकता है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश बाबू ने जानकारी दी की संस्थान द्वारा हर बुधवार को क्षेत्र के किसी न किसी गाव में हैल्थ चेकअप कैम्प लगाकर लोगों का ईलाज कर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी जाती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में औसतन लगभग 100 नये मरीज हर माह भर्ती होते हैं व लगभग 33000 मरीज ओपीडी में हर माह ईलाज के लिए आते हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 25 से 30 प्रतिशत ज्यादा हैं। यह आंकडा अस्पताल में और सुविधाऐं बढने के साथ ही बढता जायेगा।

 

 

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