ग्रेटर नोएडा,14 दिसम्बर। नेशनल राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास एवं जीएल बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के संयुक्त तत्वाधान में एचआर कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस कॉन्क्लेव में देश विदेश की लगभग 50 कंपनियों के एचआर मैनेजर्स ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मैजेस्टिक ऑटो के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर महेश मुंजाल ने की। एचआर कॉन्क्लेव का उद्देश्य प्रतिभा प्रबंधन विषय पर चर्चा करना एवं विश्व भर में कंपनियों द्वारा अपनायी गई रणनीति के बारे में चर्चा करना था। कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के वाईस चेयरमैन पंकज अग्रवाल के स्वागत अभिभाषण से हुई। पंकज अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जीएल बजाज संस्थान उद्योग जगत की आवश्यकताओं हेतु समर्पित व गुणवान प्रतिभा को प्रशिक्षित करने हेतु कटिबध है। संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव अग्रवाल ने सभी आगंतुकों के समक्ष जी एल बजाज संस्थान में हुए तकनिकी व बौद्धिक विकास के बारे में बताया। कॉनक्लेव के मुख्य अथिति व मैजेस्टिक ऑटो के चेयरमैन महेश मुंजाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि आज का युवा अपने करियर का चुनाव अपनी नेसर्गिग छमताओं के आधार पर नहीं करता बल्कि बहार कि चकाचौंध को देखकर कर करता है। उन्होंने कहा कि प्रतिभा प्रबंधन और भी सुद्रण हो जाएगी अगर युवा अपनी नैसर्गिक क्षमता को पहचान कर अपने करियर का चुनाव करे। उन्होंने द्रोणाचार्य का उदाहरण देते हुए कहा कि द्रोणाचार्य को अपने छात्रों कि नैसर्गिक प्रतिभा का ज्ञान था। इसीलिए अपने हर शिष्य को अलग-अलग विद्या में निपुण किया। इसी प्रकार आज के मानव संस्थान विभाग का कार्य भी अपने एम्प्लोयी की नैसर्गिक क्षमता को पहचान कर उसको कार्य दिए जाये। पहली पैनल चर्चा में उद्योग जगत के मानव संसाधन क्षेत्र के वरिष्ट अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिसमें मुख्या रूप से राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास विभाग के दिल्ली के सचिव अलोक नारायण, एक्सेंचर कंपनी के सेप लीड अग्निवेश ठाकुर, सोपरा स्टेरिया की जनरल मैनेजर शैली पुरोहित, टीवी की एचआर प्रेसिडेंट शिखा रस्तोगी, युनो मिण्डा की टैलेंट मैनेजमेंट हेड अन्नू सेठी, एटलस साइकिल के मुख्या कार्यकारी अधिकारी एन.पी.एस राणा, वेव ग्रुप से रश्मि माहेश्वरी, आई एफ़ एम के मैनेजिंग डायरेक्टर कैप्टन राजेश शर्मा, युनि पार्ट्स ग्रुप के ग्लोबल हेड अनिल गौड़ एनटीटी डाटा से विमि निझवन, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स से संदीप त्यागी मजूद रहे। अग्निवेश ठाकुर ने अपने टेक में कहा कि जिस तरह रामायण में जामवंत ने हनुमान की शक्ति के बारे में उन्हें अवगत कराया, उसी तरह आज के युग में एक मैनेजर को जामवंत का ही रोल अदा करना होता है। अलोक नारायण ने पैनल की मध्यस्ता की उन्होंने कहा कि विश्व कि सबसे अच्छी कम्पनियों कि संस्कृति में अपने कर्मचारियों को रिस्क लेने के लिए प्रेरित किया जाता है एवं उनकी असफलताओ को भी स्वीकार किया जाता है, इसीलिए इन कंपनियों नवीनीकरण का अनुपात सामान्य कंपनियों से कही अधिक है। राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास के जनरल मैनेजर धनंजय सिंह ने धन्यवाद् अभिभाषण दिया। उन्होंने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह कि चर्चा और चर्चाओं का क्रियान्वय निश्चित रूप से एक बेहतर भविष्य की नीव रखेगा। कार्यक्रम में संसथान के निदेशक राजीव अग्रवाल, मुकुल गुप्ता, प्लेसमेंट विभाग की प्रमुख मंजू खत्री डा., अनिल खत्री, शशांक अवस्थी अदि उपस्थित रहे।