जीएल बजाज संस्थान में शिक्षा व पत्रकारिता जगत में काम करने वाले हुए सम्मानित

 

-न्यूज पेपर्स एसोशिएसन आफ इण्डिया व जीएल बजाज संस्थान ने आयोजित किया कार्यक्रम

ग्रेटर नोएडा। न्यूज पेपर्स एसोशिएसन आफ इण्डिया व जीएल बजाज इन्स्टीट्यूट आफ मैनेजमेण्ट एण्ड रिसर्च के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘कलम के सिपाही’’ शीर्षक पर पुरस्कार व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस पुरस्कार समारोह में देशभर के लगभग 40 वरिष्ठ पत्रकारों को निष्पक्ष पत्रकारिता हेतु सम्मानित किया गया, इसके अतिरिक्त इस अवसर पर 20 शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। इस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में देश के जाने-माने पत्रकार अजय शुक्ला, संजय सिंह, रमेश भट्ट, सुनील डैंग, राशिद हाशमी  के अतिरिक्त गौड़ सन्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रमुख व लेखक व कवि वी एल गौड़ ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की कत्थक नृत्यांगना आरूषी निशंक भी उपस्थित थी।

कार्यक्रम का शुभारम्भ के उपरान्त न्यूज पेपर्स एसोसिएशन आफ इण्डिया (एनए आई) के महासचिव विपिन गौड ने बताया कि यह पुरस्कार सम्मान एनएआई के 27वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है। सन् 1993 में एनएआई की स्थापना हुई थी, और तब से एनएआई पत्रकारिता के क्षेत्र में निरन्तर विकास हेतु प्रयासरत है। देश के विख्यात  जर्नलिस्ट व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री एवं मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने कहा कि एक पत्रकार का जीवन बड़ा दुर्लभ होता है। वह एक खबर लाने के लिए धूप, भूख, गर्मी, पहाड़, नींद, परिवार आदि सभी का सामना करता है ताकि सच को दबाया न जा सके। पत्रकारिता का असली रूप मेक रूम में तैयार होकर न्यूज बनाना नहीं है, बल्कि कड़ी मेहनत से न्यूज को उजागर करना है।

गौड़ सन्स के फाउण्डर वी. एल. गौड़ ने कहा कि पत्रकारिता में पिछले कुछ समय से काफी बदलाव हुआ है। नई-नई तकनीकि व यन्त्रों के माध्यम से भी पत्रकारिता का स्वरूप बदला है, लेकिन इसका उद्देश्य नहीं बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को, समाज को, देश-दुनिया को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने वाली सूचना की रिपोर्ट ही समाचार है। एक सच्चा पत्रकार इसको बनाता नहीं, बल्कि खोलता है।

आरूषी निशंक ने सभी सम्मानित होने वाले पत्रकारों को बधाई देते हुए कहा कि यह समाज ऋणी है सच्ची पत्रकारिता का, क्योंकि देश व समाज के निर्माण में पत्रकारिता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने इस अवसर पर स्वरचित एक कविता भी सुनाई।

इलेक्ट्रानिक मीडिया के युवा एडिटर राशिद हाशमी ने पत्रकारिता में निष्पक्षता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हम जब भी कोई समाचार छापते हैं, सुनाते या दिखाते हैं तो जनता उस पर पूर्ण विश्वास करती है। राजनैतिक विश्लेषक संजय सिंह ने पत्रकारिता में भाषा के प्रयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पत्रकार बनने के लिए सच्चाई एवं ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण है। समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में एन ए आई के पैट्रॉन सुनील डैंग ने पत्रकारिता में चकाचौंध वाली जिन्दगी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि युवा पत्रकारों को चकाचैंध वाली दुनियां से थोड़ा बचकर रहना चाहिए।

जीएल बजाज एजुकेशनल इन्स्टीट्यूशन्स के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने सभी पुरस्कृत पत्रकारों एवं शिक्षकों को बधाई देतु हुए कहा कि यह पुरस्कार व सम्मान आपकी मेहनत, ईमानदारी व समर्पण का प्रतीक है। शिक्षा व पत्रकारिता दो ऐसे स्तम्भ हैं जिनका समाज के निर्माण व संचालन में महत्वपूर्ण योगदान है। जीएलबीआईएमआर के निदेशक अजय कुमार ने सभी पत्रकारों को उनकी उपलब्धियों एवं सम्मान हेतु बधाई देते हुए आशा व्यक्त किया कि वे अपने उत्कृष्ट एवं स्पष्ट पत्रकारिता द्वारा सच से समाज को अवगत कराते रहेंगे।

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