-विजय कौशल महाराज ने शहर वासियों को जीवन जीने और परिवार को जोड़ने का दिया मंत्र
ग्रेटर नोएडा,8 दिसम्बर। सेक्टर अल्फा-2 एच ब्लॉक में चल रहे श्रीरामकथा व हनुमंत कथा का समापन रविवार हो गया। अंतिम दिन कथा वाचक विजय कौशल महाराज ने हनुमानजी की महिमा के साथ लोगों को बताया कि गृहस्थ आश्रम में रहकर कैसे भगवत भजन करें और अपने जीवन व परिवार को सुखमय बनाएं। कथा के अंतिम दिन भारी संख्या में भीड़ उमड़ी और कथा का श्रवण किया। कौशल महाराज ने कथा की शुरुआत सम्पूर्ण हनुमान चालीसा के साथ की। महाराज ने ये बताया कि समाज के अंदर ये भ्रांति है कि महिलाओं को हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिये। उनकी मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए। ऐसा किसी भी पुस्तक में नही लिखा है। महिला भी हनुमान जी की आरती या हनुमान चालीसा पढ़ सकती हैं। ये जरूरी नहीं होता कि सिर्फ मंदिर में ही भगवान का नाम लेने से पूजा होती है। मनुष्य किसी भी स्थान पर जाप करले उसी से भगवान की पूजा हो जाती है।
कौशल जी महाराज ने बताया कि धर्म सेवा के साथ-साथ मानव सेवा,परिवार सेवा भी करनी चाहिए। उन्होंने भजन कीर्तन के सात प्रतिदिन भगत भजन में जीने का आचरण बताया। कथा के समापन पर पूरा पण्डाल भक्तिमय में डूब गया, सभी भगवान के भजन पर झूम उठे। अंत में आरती के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया। कथा के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों में उमेश बंसल, सत्यप्रकाश अग्रवाल, कुलदीप शर्मा, मुकुल गोयल, सौरभ बंसल, पी.पी. मिश्रा, मोनू जेवर, मनोज गर्ग, मंजीत सिंह, अवधेश पांडेय, ललित शर्मा, के. के.शर्मा, सतेंद्र राघव, वेद प्रकाश, गौरव उपाध्याय, गिरीश गुप्ता, जितेंद्र त्रिपाठी, विनीत पांडेय, धनप्रकाश शर्मा, मेघराज भाटी, अमरजीत सिंह, सुरेश चंद पचौरी, कपिल गुप्ता, वैभव बंसल,विनय गुप्ता, जी पी गोस्वामी, धनप्रकाश शर्मा, आलोक गोयल, अरविंद तिवारी, यतेंद्र शर्मा, संजीव सालवान, अमित गौड़, सरोज तोमर, बीना भाटी, सुमन गोयल आदि लोग उपस्थित रहे।