– छात्रों के भविष्य के लिए 1.10 करोड़ रुपये के निवेश से बनेगी आइडिया लैब।
-एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा के सभी अर्ह पाठ्यक्रम एनबीए से एक्रीडिटेड।
-एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा को एआईसीटीई द्वारा आइडिया लैब स्थापित करने के लिए चुना गया।
-क्यूएस आईगेज सब्जेक्ट रेटिंग द्वारा “इंजीनियरिंग में डायमंड सब्जेक्ट रेटिंग” से सम्मानित होने वाला उत्तर भारत का एकमात्र संस्थान।
ग्रेटर नोएडा। यूजीसी द्वारा आटोनामस दर्जा प्राप्त करने वाले उत्तर प्रदेश के पहले निजी संस्थान, नोएडा इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा के प्रबंधन ने संस्थान के द्वारा हासिल की जाने वाली उपलब्धियों के विषय में खुशी जाहिर की और कहा कि एनआईईटी खुद को लगातार बेहतर से बेहतर बनाने के लिए अपनी कमर कसे हुये है। रमन बत्रा, कार्यकारी उपाध्यक्ष, एनआईईटी ने बताया कि एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेशका पहला संस्थान है, जिसके सभी अर्ह शैक्षणिक कार्यक्रम एनबीए से एक्रीडिटेड हैं। इन शैक्षणिक कार्यक्रमों में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कम्यूनिकेशन, इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी, बायोटेक्नॉलॉजी,फार्मेसी, एमबीए औरएमसीए शामिल हैं। एनआईईटी ने इंजीनियरिंग, फार्मेसी और प्रबंधन के क्षेत्र में एक प्रगतिशील परिवर्तन लाने के लिए हमेशा बड़ी पहल की है और उत्कृष्टता के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
इसी कड़ी में एआईसीटीई ने एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा को 14 जून को आईडिया लैब (आइडिया डेवलपमेंट, इवैल्यूएशन एंड एप्लीकेशन) योजना के विजेताओं में से एक के रूप में घोषित किया है। आईडिया लैब स्थापना के लिए आवेदन करने वाले 204 कॉलेजों में से केवल 49 कॉलेजों का चयन किया गया और एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा ने फिर से अपनी क्षमता साबित की है और प्रदर्शन मेट्रिक्स और डेटा संग्रह के आधार पर एनआईईटी को अपने परिसर में आइडिया लैब स्थापित करने के लिए चयनित किया गया है। आइडिया लैब चौबीसों घंटे खुली रहेगी और इस प्रयोगशाला की स्थापना करके, संस्थान छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) के मूल सिद्धांतों के अनुप्रयोग के लिए प्रोत्साहित करेगा, ताकि वे व्यावहारिक अनुभव, कर के सीखने और उत्पाद की कल्पना कर सकें।
एआईसीटीई आईडिया लैब की अनुमानित परियोजना लागत 1.1 करोड़ रुपये की होगी। जिसमें 80 लाख रुपए उपकरण तथा कंज्यूमेबेल्स के लिए और 30 लाख रुपये दो साल के लिए गतिविधियों की लागत के लिए प्रयोग किए जाएंगे। एआईसीटीई 50 प्रतिशत यानी 55 लाख रुपये तक संस्थान को अनुदान के रूप में देगा। शेष 50 प्रतिशत लागत संस्थान तथा इंडस्ट्री पार्टनर्स के द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा को इंजीनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए क्यूएस आइ-गेज सब्जेक्ट रेटिंग (इंजीनीयरिंग)-2021 में डायमंड रेटिंग से सम्मानित किया गया है। एनआईईटी उत्तर भारत में यह डायमंड रेटिंग हासिल करने वाला पहला शिक्षण संस्थान है। डायमंड रेटिंग संस्थान के शिक्षण के व्यापक क्षेत्र में खुद को बेहतर बनाने के साथ-साथ तेजी से शिक्षा की गुणवत्ता और प्रासंगिकता में सकारात्मक प्रयासों का परिणाम है।
क्यूएस आइ-गेजसब्जेक्ट रेटिंग (इंजीनीयरिंग)-2021 में फ़ैकल्टी स्टूडेंट रैशियो, ओवरआल स्टूडेंट सैटिसफ़ैकशन, कंप्लीशन रेट, ओवरआल अलुमनाइ सैटिसफ़ैकशन, लाइब्रेरी फ़ैसिलिटी, टेक्नोलोजी/इंजीनियरिंग इकोसिस्टम, स्पेशियालाइज्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर, सेंटर फॉर टेक्नोलोजी एंड इंजीनियरिंग रिसर्च, एकोलेड्स, एडवांस्ड सर्टिफिकेशन प्रोग्राम्म्स तथा ससटेनेबल टेक्नोलोजी जैसे सूचकांको के आधार पर मूल्यांकन किया गया तथा एनआईईटी ने इन सभी में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। एनआईईटीएक प्रगतिशील संस्थान है जिसनेसदैव शिक्षा में इन्नोवेशन औरअत्याधुनिक तकनीकों के प्रयोग पर बल दिया है, जिसका परिणाम है कि आज संस्थान को क्यूएस आइ-गेजसब्जेक्ट रेटिंग (इंजीनीयरिंग)-2021 में डायमंड रेटिंग से नवाज़ा गया है। रमन बत्रा ने आगे कहा कि उए सभी उपलब्धियां न केवल संस्थान के प्रत्येक क्षेत्र जैसे शिक्षण एवं शिक्षक गुणवत्ता, छात्र गुणवत्ता, बेहतरीन प्लेसमेंट, विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा उद्योग जगत के साथ कुशल गठबंधनों का परिणाम है बल्कि स्वयं को लगातार पहले से और बेहतर बनाने नए मापदंड स्थापित करने के एनआईईटी के जज़्बे को प्रदर्शित करता है।