ग्रेटर नोएडा। भारत सरकार के वाणिज्य विभाग के अंतर्गत, न्यूर्नबर्ग मेस्से और एपीडा (कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) ने संयुक्त रूप से आयोजित बीयोफाच (Biofach )इंडिया 2024, नैचुरल एक्सपो इंडिया और मिलेट्स इंडिया का उद्घाटन वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में शनिवार को किया गया। जो 3-5 अगस्त तक चलेगा। उद्घाटन समारोह में बर्थवाल ने भारतीय जैविक बाजार और निर्यात संवर्धन रणनीति का अध्ययन” पर एपीडा की रिपोर्ट का अनावरण किया। इस रिपोर्ट में भारत के जैविक कृषि परिदृश्य, घरेलू रुझान और निर्यात के साथ-साथ मूल्य श्रृंखला में प्रमुख चुनौतियों का विस्तृत आकलन प्रस्तुत किया गया है।
इस दौरान बर्थवाल ने भारतीय जैविक निर्यात बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए पांच महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जोर दिया, जिसमें लेबलिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग, लॉजिस्टिक्स, प्रमाणीकरण और परीक्षण शामिल हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में बजट में गुणवत्ता जांच और खाद्य गुणवत्ता के लिए 100 प्रयोगशालाएं स्थापित करने के लिए आवंटन किया गया है, जिससे उद्योग को वैश्विक मानकों को पूरा करने में मदद मिलेगी। न्यूर्नबर्ग मेस्से इंडिया की अध्यक्ष सोनिया पराशर ने बताया कि 2023-24 में भारत का जैविक खाद्य निर्यात लगभग 494.80 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि बीयोफाक इंडिया, जो अपने 16वें वर्ष में है, ने भारतीय जैविक बाजार को वैश्विक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव ने कहा कि भारत की विशाल कृषि विविधता और स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते भारतीय जैविक उत्पादों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपार संभावनाएं हैं।