सिवान/ बिहार। राज्य में तकनीकी शिक्षा की गुणवता में सुधार हेतु विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, बिहार सरकार, पटना द्वारा हर राजकीय तकनीकी संस्थान की कार्यकारी समिति में शासी निकाय के अध्यक्ष द्वारा एक सदस्य को नामित किया गया है। राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय सिवान में डॉ. प्रवीण पचौरी, प्राचार्य, राजकीय पोलिटेकनिक सिवान को कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में नामित किया गया है, वहीं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य, डॉ. सूर्यकान्त सिंह को राजकीय पोलिटेकनिक सिवान की कार्यकारी समिति का सदस्य नामित किया गया है। इससे सिवान में तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप नए सुधार लाने की दिशा में प्रगति हो सकेगी तथा दोनों संस्थानों के छात्र-छात्राओं को इनोवेशन और स्टार्टअप को सामूहिक रूप से बढ़ाने में मदद मिलेगी।
डॉ. प्रवीण पचौरी इससे पूर्व मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की बोर्ड और मैनेजमेंन्ट में मा. राज्यपाल और कुलाधिपति के नामनी रह चुके है साथ ही नोएडा इंस्टीस्यूट और इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा की गवर्निंग बॉडी के सदस्य रहे है तथा शारदा विश्वविद्यालय की अनुसंधान समिति में विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, भारत सरकार द्वारा नामित सदस्य तथा उतर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय (ए के टी यू) के मैकेनिकल इंजीनियरिंग तथा वोकेशनल कोर्स के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज में कुलपति द्वारा नामित सदस्य के रूप में डॉ. पचौरी को उनके योगदान के लिए इंडियन सोशायटी फॉर टेक्नीfकल एजुकेशन द्वारा उ.प्र. तथा उतराखण्ड के बेस्ट इंजीनियरिंग कालेज अध्यापक हेतु इं. निवेश कुमार वाष्णेय मेमोरियल अवार्ड तथा इंस्टीस्यूशन ऑफ इंजीनियरर्स द्वारा यंग रिसर्चर अवार्ड, भारत सरकार द्वारा रजिस्टर्ड इंस्टीस्यूट फॉर सोशल रिफार्मस एंड हायर एजुकेशन द्वारा एकेडमिक एक्सीलेंन्स हेतु पिलर ऑफ द नेशन अवार्ड-2023 से सम्मानित किया जा चुका है। तकनीकी शिक्षा में आउटकम बेस्ड एजुकेशन तथा एक्रिडिटेशन जैसे विषयों पर उन्हें विशेषज्ञता हासिल है और एकेटीयू से संबद्ध कई तकनीकी संस्थानों का मार्गदर्शन कर चुके है।
डॉ. पचौरी उद्यमिता प्रोत्साहन के प्रबल समर्थक है तथा उत्तरप्रदेश के कई टेक्नॉलॉजी बिजनेस इंक्यूबेटर में फैकल्टी एड्वाइजर के रूप में अपना बहुमूल्य योगदान दे चुके है। डॉ. पचौरी ने भारत सरकार की राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताओं को निष्पादित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राजकीय पोलिटेकनिक सिवान में प्राचार्य का पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने अल्प समय में ही छात्रों और बेरोजगार युवाओं के लिए ट्रेनिंग हेतु संस्थान में बहुत सारे कार्यक्रम संचालित किए है जिनका प्रभाव दिख रहा है और युवा कौशल विकाश के साथ अपना रोजगार शुरू करने की दिशा में अग्रसर है।