-हस्तशिल्प आभूषण के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर मिली है पहचान
ग्रेटर नोएडा। डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करना कई लोगों के लिए एक उपलब्धि है। कई लोगों को जीवन में अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण समय पर अपनी डिग्री पूरी करना कठिन लगता है। जो कोई भी स्नातक हो जाता है और मानद डॉक्टरेट उपाधि अर्जित करता है वह एक सितारा है जो गर्व के साथ बधाई का पात्र है। हस्तशिल्प कारोबार से जुड़ी खुशबू सिंह को अमेरिकन कॉस्ट कोस्ट विश्वविद्यालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उद्यमिता और वैश्वीकरण में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम का आयोजन द ललित दिल्ली में आयोजित एक समारोह में दिया गया। डॉ. खुशबू सिंह के घर पर जाकर आईआई के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया है। इस दौरान आईईए के अध्यक्ष अमित उपाध्याय, सुनील दत्त सहित कई लोगों ने सम्मानित किया।
खुशबू सिंह आज हैंडीक्राफ्ट एवं हस्त शिल्प आभूषण जगत में जाना माना नाम है, इनका जन्म देश की राजधानी नई दिल्ली में एक मध्यम वर्ग परिवार में हुआ। खुशबू सिंह आर्या फैशन की स्वामिनी है और देश विदेश में एक नए शिखर की तरफ प्रेतरित है। उनको रत्न व आभूषण क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया गया है तथा टेक्सटाइल्स मंत्री व सरकार के संगठनों ने भी खुशबू सिंह को समय समय पर सम्मानित किया है।
खुशबू ने एक्सपोर्ट बिज़नेस में एक बाद एक नए कीर्तिमान रच कर यह साबित कर दिया है की देश की महिला जब कुछ ठान ले तो उसे सिद्ध भी कर सकती है और यही नए भारत की शुरुआत है। खुशबू का हेंडीक्राफ्ट सेक्टर में कामयाबी का मुख्य उद्श्य है महिला सशक्तिकरण और नए रोजगार को आयाम देना। इसलिए वह विभिन ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओ को ट्रेनिंग प्रदान करती है। आज खुशबू के पास दो फैक्टरी है, नॉएडा व ग्रेटर नॉएडा में जिनमे सेैकड़ो कर्मचारी काम करते है। आज इनका वार्षिक टर्नओवर भी करोडो में है। हर महीने हजारो हेंडीक्राफ्ट आभूषण व हैंडमेड बैग्स का निर्यात 20 से अधिक देशों में किया जाता है। खुशबू सिंह को फैशन जगत में भी काफी प्रसिद्ध है और उनके द्वारा निर्मित नए डिज़ाइनस का विदेशो में अत्यधिक पसंद किया जाता है। खुशबू सिंह ने सन 2006 में महज 4500 के वेतन से अपना हैंडीक्राफ्ट जगत का सफर शुरू किया। वर्ष 2013 में उनका विवाह अभिषेक चौहान से हुआ और आज उनके दो खूबसूरत बेटियां हैं। सन 2017 में अपनी बड़ी बेटी के नाम से आर्य फैशंस की स्थापना की। आज सभी को उनपर नाज़ है और पूरा परिवार उनसे प्रेरित है।