लॉयड इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में छात्रों में  नवाचार की संस्कृति के बढ़ाने के  लिए ‘हेल्थ-ए-थॉन’

'Health-a-thon' to inculcate a culture of innovation among students at Lloyd Institute of Management & Technology

ग्रेटर नोएडा। लॉयड इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी ग्रेटर नोएडा में छात्रों में  नवाचार की संस्कृति के बढ़ाने के  लिए  दो दिवसीय ‘हेल्थ-ए-थॉन’ का आयोजन किया गया। इस हेल्थ-ए -थॉन की थीम ”फ्यूचर पर्सपेक्टिव फॉर हेल्थियर वर्ल्ड’  है। इस आयोजन का उद्देश्य 21वीं सदी की युवाओं के जरिये भारत के हेल्थ सेक्टर में इनोवेशन के कल्चर को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम की शुरूआत लॉयड ग्रुप की समूह निदेशक डॉ. वंदना अरोरा सेठी, अतिथि  डॉ. राजीव छिब्बर, वाईस प्रेसिडेंट, सहजानंद मेडिकल टेक्नोलॉज, कपिल अग्रवाल, एस्पायर लैब एक्सेलरेटर  द्वारा  दीप प्रज्व्लित  करके किया गया। इस अवसर पर सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टी और प्रतिभागी मौजूद थे। इसमें  दिल्ली एनसीआर और अन्य राज्यों के प्रमुख संस्थान जैसे डीपीएसआरयू , का.आईई टी, एम आईईटी जैसे कॉलेजों के बीटेक, बी.फार्म., एम.फार्म., बीबीए, एमबीए जैसे विभिन्न कोर्सों में पढ़ने वाले छात्रों की 20 से ज्यादा टीमें और प्रत्येक टीम के 4 से 5 मैम्बर्स ने हिस्सा लिया।

इस अवसर पर लॉयड ग्रुप की समूह निदेशक डा. वंदना अरोड़ा सेठी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, स्वास्थ्य सेवा में प्रौद्योगिकी की भूमिका काफी बढ़ गई है। आज, हमारे पास उपयोग में आसान और सुलभ चिकित्सा उपकरणों तक पहुंच है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता, संवर्धित वास्तविकता, ब्लॉकचेन आदि जैसी तकनीकों द्वारा संचालित हैं। ये प्रौद्योगिकी मरीजों और उनके देखभाल करने वालों को रोगों के प्रबंधन और उपचार के बारे में निर्णय लेने में सक्षम बनाती हैं। हेल्थ-टेक हैकथॉन इन प्रौद्योगिकी विकास के प्रति हमारे युवाओं में एक सोच को बढ़ावा देगा। इसमें विभिन्न विषयों ,डायग्नोसिस एंड ड्रग डेवलपमेंट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मानसिक स्वास्थ्य में एआई, टेलीमेडिसिन और रिमोट केयर, हेल्थकेयर में ऑगमेंटेड रियलिटी, आईओटी और वियरेबल्स, बायोप्रिंटिंग आदि पर प्रतिभागियो ने अपने विचार और टेक्नोलॉजी को साझा किया।

 

Spread the love
RELATED ARTICLES