-महर्षि पाणिनी धर्मार्थ ट्रस्ट की तरफ से निःशुल्क संचालित हो रहा गुरुकुल
ग्रेटर नोएडा। महर्षि पाणिनि धर्मार्थ ट्रस्ट सेक्टर ईटा-एक में संचालित गुरुकुल में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। गुरुकुल में रह रहे बटुकों ने महर्षि व्यास पूजा के साथ ही गुरु पूजन कर विद्या प्राप्ति की कामना से गुरुजी से आशीर्वाद लिया। पूजन के बाद गुरुजी का आशीर्वचन हुआ उसमें महर्षि पाणिनि वेद-वेदांग विद्यापीठ गुरुकुल के संस्थापक आचार्य रविकांत दीक्षित ने बतया कि गुरु का महत्व शिष्य के लिए ईश्वर के समान होता है याज्ञवल्क्य एवं एकलव्य आदि के उदाहरणों के माध्यम से बताया कि गुरु सदैव अपने शिष्यों को अंधकार से प्रकाश की ओर ही प्रेरित करता है। ‘अपूर्ण को पूर्ण बनाते हैं गुरु’ भक्ति के संदर्भ में गुरु, शिष्य का ईश्वर से संबंध स्थापित करता है। आधुनिक परिवेश में गुरु का तात्पर्य शिक्षक मात्र से ही नहीं अपितु आध्यात्मिक उन्नति को प्रोत्साहित करने वाले गुरु से हैं पाश्चात्य संस्कृति के अनुसार हमारे विचारों में परिवर्तन हुआ है इनको रोकने का एक ही उपाय है की वैदिक संस्कृति को जीवन में शामिल किया जाए। इसके लिए सबसे उपयुक्त संसाधन गुरुकुल की शिक्षा पद्धति है। उन्होंने आगे कहा कि इसी संस्कृति को बढ़ाने के उद्देश्य से हमने गुरुकुल की स्थापना की है। उन्होंने सभी का आह्वान किया और कहा कि गुरुकुल के स्थायित्व एवं संचालन हेतु आप सभी सज्जनों का साथ आवश्यक है।
आधुनिक शिक्षा पद्धति से समन्वित प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि जिन विषम परिस्थितियों का हम सामना कर रहे हैं उनसे बचने का एक ही उपाय है कि हमें सर्वदा प्रकृति के साथ संयोजन रखते हुए अपने सभी कार्य करें। इस अवसर पर समाज के प्रतिष्ठित गणमान्य संरक्षक बीपी नवानी, जीपी गोस्वामी, गुरुकुल संचालन समिति के अध्यक्ष वेदप्रकाश शर्मा, कुलदीप शर्मा, वीरेंद्र शर्मा आदि के साथ अन्य उपस्थित रहे।