ग्रेटर नोएडा। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के संस्थान, उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन, नोएडा में इंडस्ट्री कांफ्रेंस संस्थान के निदेशक प्रवीण पचौरी की अध्यक्षता में सात कम्पनियों ने भाग लिया, जो कि संस्थान के साथ एमओयू करके स्टार्टअप कल्चर के विकास में अपना योगदान देने के लिए तत्पर है। इसमें प्रमुख कम्पनी वेरडंट मोटर प्राइवेट लिमिटेड जो कि इलेक्ट्रिक टू व्हीलर, साइकिल, मोपेड बनाती है। कम्पनी मूलतः प्रोडक्ट डिजाइन ग्राफिक डिजाइन एवं ट्रासपोर्ट में काम करती है। कम्पनी यूपीआईडी, नोएडा संस्थान के साथ तकनीकी क्षेत्र में सहयोग के लिए तैयार है। कम्पनी के निदेशक सुबोध शंकर ने बताया कि रिसर्चविंग को संस्थान के इन्क्यूबेशन सेंटर में स्थापित कर छात्रों के साथ जुडना चाहती है। डिजाइनर डेकोर कम्पनी के निदेशक प्रीत जुनेजा ने बताया कि हमारी कम्पनी इन्टीरियर डिजाइन का काम करती है तथा देश विदेश में एग्जिबिशन प्रदर्शिनी लगाने का काम करती है। कम्पनी संस्थान में अपना आफिस स्थापित कर छात्रों के साथ मिलकर स्टार्टप्स को बढ़ावा देना चाहती है। वीएस एनर्जी टेक्नोलाजी के सीईओ विवेक सिंह, जिनकी कम्पनी 400 से अधिक प्रकार के कारीगरों के साथ ग्रामीण क्षेत्र में काम करती है।
कम्पनी इंन्क्यूबेशन सेंटर में अपना वर्कशाप स्थापित करना चाहती है, जहां छात्रों के साथ मिलकर नये उत्पाद बनाये जा सके। उन्होंने बताया कि उनके उत्पाद बहुत सारे देशों में निर्यात किये जाते है, जिनकी गुणवत्ता सुधार के लिए छात्रों के साथ जुड़ना चाहते हैं। वीडीटी पाइपलाइन इन्टिग्रिटी साल्यूशन प्रा.लि. के सीईओ भुवनेश शर्मा ने बताया कि उनकी कम्पनी पेट्रोलियम पाइपलाइन के जांच एवं डिफेक्ट डिटेक्सन के क्षेत्र में एडी करेन्ट और मैग्नेटिक फ्लक्स पर आधारित 300 से अधिक उपकरण बनाती हैं। कम्पनी डिजाइन सुधार के लिए संस्थान के साथ सहभागिता करना चाहती है एवं संस्थान में अपना वर्कशाप स्थापित करना चाहती है। एयर टेकमैक्स के एमडी अजय सिंह ने बताया कि एचवीएसी के क्षेत्र में कई प्रोडक्ट का निर्माण करती है, जिसके डिजाइन में काफी सुधार किये जा सकते है। इसके लिए कम्पनी संस्थान के साथ कंसल्टेंसी के लिए एमओयू करना चाहती हैं। क्लाउड एनालॉजी सीआरएम स्पेस्लिस्ट लिमिटेड के प्रैक्टिस हेड विनीत कुमार ने बताया कि छात्रों को क्लाउड टेक्नोलाजी पर सहयोग एवं सहभागिता के लिए कम्पनी एमओयू करना चाहती है। लौरनेक्स के निदेशक हर्षवर्धन मिश्रा ने बताया कि कम्पनी इंस्टीट्यूट और इन्डस्ट्री के गैप को ब्रिज करने के लिए छात्रों को नई तकनीकी क्षेत्रों में ट्रेनिंग देती है एवं तकनीकी रोजगार प्रदान करने में सहायता प्रदान करती है।