ग्रेटर नोएडा,23 अगस्त। शहद से भी मीठा, दही से भी स्वादिष्ट, किसी भी खुशी से भी ज़्यादा सुखद और आनंद देने वाली संगति, कृष्ण के नाम की शक्ति है। जन्माष्टमी भगवान विष्णु के सबसे शक्तिशाली और प्रसिद्ध अवतारों में से एक भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह त्यौहार कृष्ण पक्ष की अष्टमी या भादों के महीने में अंधेरे पखवाड़े के 8वें दिन मनाया जाता है। इस दिन ने पुराने समय में आशा की शुरुआत का संकेत दिया। उम्मीद है कि कंस का दुर्भावनापूर्ण शासन जल्द ही समाप्त हो जाएगा।
भगवान कृष्ण का आशीर्वाद पाने के लिए, राम-ईश इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार को हर्षोल्लास और उल्लास के साथ जन्माष्टमी मनाई गई। फूलों की खुशबू, कपूर की सुखदायक सुगंध और घंटियों की झंकार ने हवा को भर दिया। हालांकि यह धार्मिक महत्व खो नहीं गया है, लेकिन यह दिन आधुनिक भारत के लिए बहुत कुछ दर्शाता है। यह उत्साह, उल्लास और आनंद की भावना का प्रतीक है। इसने भक्ति, रचनात्मकता, आनंद और मस्ती सभी को एक साथ लाया। विद्यालय की प्रधानाचार्या शिखा सिंह और विद्यालय की सांस्कृतिक टीम ने कार्यक्रम का समन्वय किया। इस अवसर पर सभी अभिभावक को भी निमंत्रण दिया गया था। उत्सव की शुरुआत छात्रों द्वारा श्री कृष्ण आरती के माध्यम से भगवान कृष्ण को भक्ति भाव से श्रद्धांअर्पित की गई। इस अवसर पर, ” कृष्ण लीला से संबंधित उनके जीवन झांकी के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया। नर्सरी से लेकर सेकंड क्लास के के 50 से अधिक छात्रों ने अलग-अलग कार्यक्रमों में भाग लिया। कार्यक्रम का समापन पर स्कूल प्रबंधन व प्रधानाचार्या के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने जन्माष्टमी उत्सव को सफल बनाने में सहयोग देने के लिए सभी छात्रों और शिक्षकों को धन्यवाद दिया।