ग्रेटर नोएडा। लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी ने फार्मेसी के छात्रों में अनुसंधान और विश्लेषणात्मक कौशल पैदा करने के लिए नए प्रयास की शुरुआत कर की। विश्लेषणात्मक परीक्षण और अनुसंधान के लिए बहुत ही प्रमुख ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की स्थापना के लिए सस्थान और ‘यूरेका एनालिटिकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड’ के मध्य 1 दिसंबर 2022 को समझौते पर हस्ताक्षर किया। लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की ओर से समूह निदेशक, मुख्य रणनीति अधिकारी और विकास प्रमुख डॉ. वंदना अरोड़ा सेठी ने संजीव खत्री, सीईओ, यूरेका एनालिटिकल लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष मनोहर थिरानी और डॉ.गौरी सथपथी, कार्यकारी निदेशक, यूरेका एनालिटिकल लैब्स प्रा. लिमिटेड ने अपनी उपस्थिति में छात्रों के साथ सभी को प्रेरित किया। यह न केवल लॉयड के छात्रों के लिए बल्कि पूरे भारत में फार्मेसी जगत से जुड़े पेशेवर और छात्रों के लिए अधिक अवसर लाने और उन्हें सीखने, बढ़ने और एक बेहतर कल के लिए हस्तांतरणीय कौशल विकसित करने के लिए एक मजबूत प्रोत्साहन देने के लिए पर्याप्त और उपयुक्त होगा। यह भारत में अपनी तरह का पहला अनुसन्धान केंद्र होगा जहां सर्वश्रेष्ठ पेशेवर छात्रों को बाजार के व्यापक नियमों, समकालीन तरीकों और व्यक्तिगत अनुभव की विशेषज्ञता से छात्रों को गहन ज्ञान और कौशलों में प्रशिक्षित करेंगे। यूरेका एनालिटिकल सर्विसेज (यूरेका) प्रत्येक खंड और बाजार में पसंदीदा भागीदार बनने की इच्छा रखती है, जिसमें वे काम करते हैं। वे सटीक, विश्वसनीय और प्रतिलिपि प्रस्तुत करने योग्य परिणामों के साथ सुरक्षा और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास विश्लेषणात्मक सेवाएं प्रदान करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा, यूरेका एनालिटिकल सर्विसेज (यूरेका) बैंगलोर, दिल्ली/एनसीआर, और गुजरात/उंझा में प्रयोगशालाओं के साथ भोजन, कृषि वस्तुओं, फ़ीड, न्यूट्रास्यूटिकल्स, फार्मास्यूटिकल्स और पर्यावरण के लिए परीक्षण, निरीक्षण और ऑडिटिंग सेवाएं प्रदान करती है।
यूरेका भारतीय उपमहाद्वीप में जीबीए ग्रुप की एक्सक्लूसिव पार्टनर लैब है, जिसका मुख्यालय हैम्बर्ग, जर्मनी में है। जीबीए ग्रुप यूरोप में एक अग्रणी जैव-विश्लेषणात्मक परीक्षण कंपनी है, जो विश्वसनीय और व्यापक विश्लेषणात्मक सेवाओं का विश्वनीयता को पेश करती है। वे भोजन और अन्य पदार्थों की सुरक्षा, संरचना, प्रामाणिकता, उत्पत्ति, पता लगाने की क्षमता और शुद्धता स्थापित करने के लिए हर साल लाखों परीक्षण भी करते हैं। इस गठजोड़ का उद्देश्य आगामी प्रौद्योगिकियों के पारस्परिक रूप से लाभकारी क्षेत्रों में कंपनी और संस्थान के बीच बातचीत और आपसी सामंजस्य को बढ़ावा देना, सहयोगी व्यवसाय के लिए परियोजनाओं पर और निष्पादित की जाने वाली अनुसंधान परियोजनाओं की परिकल्पना करने, आवश्यक कौशल और प्रशिक्षण विकसित करने, उत्कृष्टता केंद्र बनाने के लिए फार्मेसी छात्रों/सुविधाओं के लिए काम को सुविधाजनक बनाने में मदद करना है। इस गठबंधन के दौरान प्रस्तावित सहयोग के कई तरीके जैसे क्षमता विकास, प्रशिक्षण कार्यक्रम, प्रायोजित परियोजनाएं, एम.फार्मा के लिए अनुसंधान कार्य और पीएच.डी. और राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्यशालाएं, सम्मेलन, सेमिनार, व्याख्यान और कार्यक्रमों में फार्मेसी की गुणवत्ता एवं प्रासंगिकता को विश्व समाज में निचले स्तर से उच्च स्तर तक पहुंचना है जिसमे विश्व समाज कल्याण का भाव निहित है।
नई दिल्ली। केआईआईटी की निदेशक एवं आर्ट ऑफ गिविंग दिल्ली की संयोजिका, कुमकुम शर्मा के…
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के तत्वावधान में यथार्थ अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के सौजन्य…
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही भारत को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा सकती है-प्रो. जे.पी. पाण्डेय…
ग्रेटर नोएडा। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सी.आई.एस.सी.ई) बोर्ड ने कक्षा दसवीं और…
ग्रेटर नोएडा। सेंट जोसेफ स्कूल सेक्टर अल्फा वन में विद्यार्थी परिषद का अधिष्ठापन (गठन) हुआ,…
ग्रेटर नोएडा। श्री राम नवमी व नवरात्रि समापन पर केन्द्रीय विहार ग्रेटर नोएडा हवन पूजन…